DGP Meeting: बैठक में महिला पुलिस कर्मियों के लिए विशेष रूप से अलग टॉयलेट, बैरक और कार्यस्थल की सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए योजना बनाने पर जोर दिया गया।
जयपुर। राजस्थान पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार शर्मा ने पुलिसकर्मियों के अनुशासन, प्रशिक्षण और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी जिलों के संचित निरीक्षकों और लाइन ऑफिसरों के साथ एक विशेष बैठक की। इस दौरान उन्होंने पुलिस लाइनों की सुविधाओं और पुलिस कर्मियों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए कहा कि हर जिले में पुलिस लाइन में स्कूल, डिस्पेंसरी, जिम, लाइब्रेरी, कैंटीन और मनोरंजन सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उन्होंने 31 दिसम्बर तक सभी पुलिस लाइनों में लाइब्रेरी खोलने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, फैमिली वेलफेयर कमेटियों को सक्रिय करने और पुलिस लाइनों के मेस, बैरक, शौचालय, भोजन की गुणवत्ता आदि की नियमित निगरानी पर भी बल दिया।
बैठक में पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। डीजीपी ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझते हुए एक कार्य योजना तैयार करने की बात की। साथ ही, दूरदराज के पुलिस कर्मियों के लिए जयपुर में स्वास्थ्य सहायता प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, पुलिस कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति का परीक्षण करने और नियमित स्वास्थ्य चेकअप कैम्प आयोजित करने की भी सलाह दी।
महिला पुलिस कर्मियों के लिए विशेष रूप से अलग टॉयलेट, बैरक और कार्यस्थल की सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, महिला कर्मियों के बच्चों के लिए क्रेच व्यवस्था और महिला परिवारजनों के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई गई, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों के लिए समय-समय पर रिफ्रेशर कोर्स आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि वे नई तकनीक, कानून और अन्य आवश्यक क्षेत्रों में दक्ष बन सकें। साथ ही, उन्होंने अनुशासन की अहमियत को रेखांकित करते हुए प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को नियमित पीटी परेड की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डीजीपी ने यह भी निर्देश दिए कि पुलिस लाइनों में सरकारी संपत्तियों की सही देखभाल और रखरखाव की जाए। इसके साथ ही, कानून व्यवस्था में तैनात कर्मियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस बैठक में पुलिस बल की कार्यक्षमता और उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए कई ठोस कदम उठाने की योजना बनाई गई।
बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक, महानिरीक्षक, प्रशासन कानून एवं व्यवस्था, उप महानिरीक्षक कार्मिक सहित जिलों के संचित निरीक्षक एवं हवलदार मेजर व संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।