एसएमएस मेडिकल कॉलेज के करीब आधा दर्जन से अधिक सीनियर डॉक्टरों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन दिया है। यह स्थिति तब है जब मेडिकल कॉलेजों में पहले से ही चिकित्सक शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है।
Doctors queue up for VRS: जयपुर. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के करीब आधा दर्जन से अधिक सीनियर डॉक्टरों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन दिया है। यह स्थिति तब है जब मेडिकल कॉलेजों में पहले से ही चिकित्सक शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। ऐसे में आगामी समय में अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं पर भारी संकट खड़ा होने की आशंका है।
राज्य सरकार इन आवेदनों को तुरंत मंजूरी नहीं दे रही, लेकिन इसके बावजूद पिछले कुछ वर्षों में कई डॉक्टर वीआरएस लेकर निजी अस्पतालों में शामिल हो चुके हैं। अब भी प्रोफेसर से लेकर अधीक्षक स्तर तक के करीब आधा दर्जन वरिष्ठ चिकित्सक वीआरएस के लिए प्रयासरत हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रदेशभर में हाल के महीनों में ऐसे दर्जनभर से अधिक आवेदन आए हैं, जिनमें कई डॉक्टर 25 से 30 वर्ष की सेवा के बाद सरकारी व्यवस्था से बाहर निकलना चाहते हैं। कुछ चिकित्सकों का कहना है कि लगातार बढ़ते प्रशासनिक दबाव, मरीजों की बढ़ती संया और सीमित संसाधनों के कारण पेशेवर कामकाज का संतुलन बिगड़ गया है। वहीं, कई वरिष्ठ डॉक्टरों का मानना है कि सरकारी सेवा में अब पहले जैसा ‘पेशेवर संतोष’ नहीं बचा।
न्यूरोसर्जरी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और ऑन्कोलॉजी जैसे विभागों में एक डॉक्टर की कमी भी पूरी यूनिट के संचालन को प्रभावित कर रही है, जिससे मेडिकल कॉलेजों की स्थिति और चुनौतीपूर्ण होती जा रही है।