Elephant Mortality: पिछले कुछ महीनोंं से मानो हाथी गांव पर नजर लग गई है। अब यहां लगातार हाथियों की संख्या में गिरावट आती जा रही है।
जयपुर। राजस्थान के जयपुर में आमेर के पास एक हाथी गांव बसा है। यहां काफी संख्या में हाथी रहते हैं। इन हाथियों के माध्यम से देशी-विदेशी पर्यटकों को हाथी की सवारी कराई जाती है। लेकिन पिछले कुछ महीनोंं से मानो हाथी गांव पर नजर लग गई है। अब यहां लगातार हाथियों की संख्या में गिरावट आती जा रही है। पिछले छह माह की ही बात की जाए तो तीन हाथियों की मौत हो चुकी है। यह घटना हाथी गांव के लिए तो बुरी है ही, साथ ही राजस्थान में हाथी पर्यटन को भी झटका देने वाली खबर है।
बताते हैं कि एक समय यहां करीब 120 हाथी रहते थे,लेकिन अब 50 हाथी घट गए हैं। अब यहां मात्र 70 हाथी ही रह गए हैं। कईयों की मौत हो गई तो कई हाथी गुजरात भी भेजे गए हैं।
यह भी पढ़ें: शीतकालीन अवकाश पर अभी तक असमंजस, जानें कारण
पिछले छह माह में हथिनी रूपा, बोनमाला के बाद अब तामी ने भी साथ छोड़ दिया है। छह माह में इन तीनों हथिनी ने दम तोड़ दिया है। आमेर कुंडा स्थित हाथी गांव में 109 नंबर हथिनी, तामी का निधन हो गया है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों में मायूसी फैल गई है। तामी की मौत बीमारी के कारण हुई बताई जा रही है। जिला वन अधिकारी (डीएफओ) जगदीश गुप्ता ने जानकारी दी कि 39 वर्षीय तामी पिछले कुछ दिनों से बीमार थी और उसका उपचार वन्यजीव चिकित्सक की देखरेख में चल रहा था। शनिवार रात तामी ने अंतिम सांस ली। रविवार को उसका पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया।