Fake Currency: जयपुर। चित्रकूट थाना पुलिस ने जाली नोटों के मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली निवासी एक युवक को सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी अनुज तिवाड़ी निवासी महावीर एनक्लेव, नई दिल्ली है।
जयपुर। चित्रकूट थाना पुलिस ने जाली नोटों के मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली निवासी एक युवक को सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी अनुज तिवाड़ी निवासी महावीर एनक्लेव, नई दिल्ली है। पुलिस जांच में सामने आया है कि जाली नोट गिरोह के सरगना गौरव पुंडीर और उसके साथी सोहेल को नोटों के कलर मैच में समस्या आ रही थी।
कलर मैच नहीं होने पर आरोपी सोहेल ने मदद के लिए दिल्ली में अपने परिचित अनुज तिवाड़ी को जयपुर बुलाया। अनुज दिल्ली में बीसीए की पढ़ाई के साथ-साथ वेब डिजाइनिंग का काम करता था।
जयपुर पहुंचने के बाद अनुज ने विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से नोटों के कलर मैच की समस्या का समाधान कर दिया। इसके बाद गिरोह ने उसे 20 हजार रुपए प्रतिमाह की सैलरी पर रख लिया। पुलिस के अनुसार अनुज की तकनीकी सहायता से जाली नोटों की गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा था। मामले में फरार चल रहे आरोपी सोहेल और सत्यम प्रजापत की गिरफ्तारी के लिए जयपुर पुलिस की टीमें दिल्ली में लगातार दबिश दे रही हैं।
जाली नोट छापने वाले गिरोह ने तीन राज्यों में 29 लाख के नोट खपा दिए। जयपुर पुलिस उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी गिरोह के सरगना गौरव पुंडीर ने दिल्ली में अपने अन्य तीन दोस्तों के साथ यूट्यूब पर जाली नोट छापने का काम सीखा। आरोपी ने पूछताछ में यह भी बताया कि राजस्थान में 20 लाख रुपए, जम्मू कश्मीर में 3 लाख रुपए और चंडीगढ़ में 6 लाख रुपए के जाली नोट सप्लाई कर चुके। पुलिस ने गिरोह के पास से 6.51 लाख के नकली नोट बरामद किए।
जयपुर पुलिस की सूचना पर पंजाब की चंडीगढ़ पुलिस ने जाली नोट सप्लाई करने वाले एक तस्कर को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से 4 लाख के जाली नोट बरामद किए गए हैं। कश्मीर पुलिस को भी जाली नोट सप्लाई करने वाले मोहम्मद अकील नाम के तस्कर की जानकारी दी है।
स्पेशल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि सरगना 12वीं पास आरोपी गौरव पूरे जाली नोट बनाने और सप्लाई करने का नेटवर्क को संभाल रहा था। आरोपी ने दिल्ली में साथी रहे साहिल, अनुज और सत्यम प्रजापत को यूट्यूब पर देखकर नोट बनाने में शामिल किया। आरोपी अनुज बीसीए का छात्र है, जो पीवीसी इंक से वाटरमार्क तैयार करता था। जबिक साहिल और सत्यम स्कैनिंग व कलर मैचिंग की तकनीकी जिम्मेदारी संभालते थे।