अमेरिका द्वारा भारत के तमाम अवैध प्रवासियों को बेड़ियों से बांधकर वापस भेजने पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला है, तब से ताबड़तोड़ निर्णय ले रहे है। इस कड़ी में अवैध प्रवासियों को देश से बाहर करने के फैसले की जबरदस्त चर्चा हो रही है। भारत में इस मुद्दे की शुरुआत 104 अवैध अप्रवासी भारतीयों की अमेरिकी सैन्य विमान में बैठाकर उन्हें बेड़ियों से बांधकर भारत वापस भेजने से हुई। इस मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 'अमेरिका द्वारा भारत के तमाम प्रवासियों को अवैध तरीके से अमेरिका में घुसने का कारण बताकर बेड़ियों में बांधकर सैन्य विमान से भारत भेजा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प की मुलाकात के बावजूद भारत सरकार ने भी इस अमानवीय तरीके का खुलकर विरोध नहीं किया जिसके कारण यह स्थिति जारी है। इसके उलट भाजपा समर्थक ट्रम्प की इस नीति को उचित तक बता रहे हैं।'
उन्होंने आगे लिखा कि 'अब जानकारी आई है कि अमेरिका में रह रहे चीन और रूस के करीब 3 लाख अवैध प्रवासियों के साथ ऐसा नहीं किया जा रहा है एवं उन्हें सामान्य पैसेंजर फ्लाइट से उनके देश भेजा जा रहा है। यह दिखाता है कि ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी भले ही एक-दूसरे को दोस्त कहकर दुनिया के सामने बातें करें परन्तु अमेरिका भारत के साथ दोहरा व्यवहार कर रहा है। भारत सरकार को अपने नागरिकों के साथ किए जा रहे इस अपमानजनक एवं अमानवीय व्यवहार पर आपत्ति जतानी चाहिए।'
बता दें कि भारत ने अमेरिका में मौजूद कम से कम 18,000 अवैध प्रवासियों को वापस लेने पर सहमति जताई है। इसके तहत अमेरिका ने इन्हें सीधे भारत वापस भेजना शुरू कर दिया है। यह कदम भारतीय और अमेरिकी सरकारों के बीच अवैध प्रवासियों के मुद्दे को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है।