Jaipur Municipal Corporation: जयपुर में ग्रेटर नगर निगम और हैरिटेज नगर निगम अब बीते दिनों की बात होगी। आज से सिर्फ जयपुर नगर निगम होगा। रविवार को 'नगर निगम जयपुर हैरिटेज' कार्यालय से हैरिटेज शब्द मिटा दिया गया।
जयपुर। राजधानी के ग्रेटर नगर निगम और हैरिटेज नगर निगम का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो गया। कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही सोमवार से जयपुर नगर निगम अस्तित्व में आ गया। राज्य सरकार पहले ही संभागीय आयुक्त को प्रशासक नियुक्त कर चुकी है। दूसरी तरफ अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि अब आगे काम कैसे होगा?
रविवार को दोनों ही नगर निगम खुले। ग्रेटर में तो अधिकारियों की बैठक भी हुई। वहीं, हैरिटेज नगर निगम में महापौर कुसुम यादव कार्यालय पहुंची और पार्षद व अन्य लोगों से मुलाकात की।
स्वायत्त शासन विभाग के सचिव रवि जैन ने बताया कि जोन अभी यथावत काम करते रहेंगे। साथ ही जो काम हो रहे हैं, वे भी होंगे। जोन और कर्मचारियों का प्रपोजल राज्य सरकार को भेजा जा चुका है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद बदलाव होगा।
दोनों नगर निगम के खत्म होने और नगर निगम जयपुर के अस्तित्व में आने से एक आयुक्त ही निगम को संभालेगा। माना जा रहा है कि इसके आदेश आज ही राज्य सरकार जारी करेगी। एक आयुक्त के साथ जोन का सेटअप फिलहाल यथावत चलता रहेगा।
रविवार शाम को हैरिटेज नगर निगम मुख्यालय से हैरिटेज शब्द को हटा दिया गया और देर शाम इसे जयपुर नगर निगम कर दिया गया। हैरिटेज नगर निगम पांच वर्ष के कार्यकाल के बाद इतिहास बन गया है।