North Western Railway: रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता लाने के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन चार्टिंग की सीमा को लागू किया गया है।
North Western Railway: रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता लाने के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन चार्टिंग की सीमा को सख्ती से लागू किया गया है। तीन माह पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू हुई व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर (पीएम सेल) ने आदेश जारी किए। जिसके बाद मंगलवार शाम से नई व्यवस्था लागू हो गई है।
रेलवे बोर्ड के आदेश के अनुसार, अब सुबह 5 से दोपहर 2 बजे की ट्रेन का फर्स्ट चार्ट एक दिन पहले रात 8 बजे तक बन जाएगा। वहीं दोपहर 2 बजे से रात 12 बजे और रात 12 बजे से सुबह 5 बजे के बीच चलने वाली ट्रेनों का फर्स्ट चार्ट कम से कम 10 घंटे पहले बनेंगे। इसके लिए आपातकालीन कोटा (ईक्यू/एचक्यू) फीडिंग हर हाल में आठ घंटे पहले होगी।
यदि कोटा फीड नहीं हुआ तो 8.01 घंटे होते ही पीआरएस सिस्टम द्वारा फर्स्ट चार्ट ऑटोमैटिक बन जाएगा। इससे जोनल रेलवेज की चार्टिंग में दखल पूरी तरह खत्म हो जाएगी। बोर्ड की इस व्यवस्था से एक तरफ जहां पारदर्शिता बढ़ेगी, वहीं दूसरी तरफ यात्रियों को समय से टिकट कन्फर्मेशन की सही जानकारी भी मिलेगी।
जयपुर से सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे तक की करीब 101 ट्रेनों में (ओरिजनेटिंग-बाईपास) में चार्ट एक दिन पहले रात 8 बजे बनकर तैयार हो जाएगा। इसका सबसे अधिक फायदा दूरस्थ जगहों से जयपुर ट्रेन पकड़ने के लिए आने वाले यात्रियों को होगा। क्योंकि उन्हें 8 घंटे पहले ही पता चल जाएगा कि टिकट कंफर्म हुआ या नहीं।
जिससे गंतव्य तक जाने के लिए अन्य विकल्प देख सकेंगे। वहीं यदि ट्रेन में करंट में सीट उपलब्ध है, तो यात्री छोटी- छोटी दूरी तक टिकट बुक करके भी कंफर्म सीट बुक कर सकेंगे। करंट चार्ट ट्रेन रवाना होने के 30 मिनट पहले ही बनेगा।
आपातकालीन और डिफेंस सहित अन्य कोटे में कंफर्म बर्थ के लिए आवेदन करने का समय भी बदला गया है। जिसके तहत जयपुर से देर रात 12 से सुबह 5 बजे तक जाने वाली ट्रेनों में एक दिन पहले सुबह 12 बजे तक, सुबह 5 से दोपहर 2 बजे तक जाने वाली ट्रेनों में एक दिन पहले दोपहर 2 बजे तक और दोपहर 2:01 बजे से देर रात 12 बजे तक की ट्रेनों में एक दिन पहले शाम 4 बजे तक ही आपातकालीन (ईक्यू) कोटे के लिए आवेदन किया जा सकेगा।