राजस्थान के विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर मंगलवार को राजभवन में बैठक बुलाई गई। बैठक में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शिक्षण संस्थानों को सुधार करने के निर्देश दिए।
जयपुर: विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। इस दौरान राज्यपाल ने शिक्षण संस्थानों को सुधारने के लिए सख्त निर्देश दिए और कहा कि यदि सुधार नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और छात्रों को रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रमों से जोड़ने पर विशेष जोर दिया। राज्यपाल ने पेंशन और वेतनमान के मसले पर राज्य सरकार से संवाद करने का भरोसा भी दिया। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव कुलदीप रांका और राज्यपाल के सचिव पृथ्वीराज भी मौजूद रहे।
बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव भी सामने आए। इनमें कुलगुरु के कार्यकाल की अवधि को वर्तमान 3 साल से बढ़ाकर 5 साल करने, सभी विश्वविद्यालयों में प्रो-वाइस चांसलर नियुक्त करने और प्रदेश के विश्वविद्यालयों में भर्तियों के लिए कॉमन भर्ती बोर्ड बनाने की सिफारिशें शामिल हैं। इसके अलावा, डिजिटल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रमों पर फोकस बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि शिक्षा संस्थानों को छात्रों की दक्षता, उपस्थिति और रोजगार क्षमता पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार केवल प्रशासनिक प्रयासों से संभव नहीं है, बल्कि संस्थानों की सक्रिय भागीदारी और छात्रों के हित में नीति निर्धारण जरूरी है। ये कदम प्रदेश के विश्वविद्यालयों को आधुनिक, प्रतिस्पर्धात्मक और रोजगारोन्मुख बनाने की दिशा में अहम साबित होंगे।