Spiritual Awareness: बच्चों में जागेंगे संस्कार और श्रद्धा। 1.08 लाख परिवारों को नि:शुल्क पुस्तिका। विद्यालयों में होगी हनुमान चालीसा प्रश्नोत्तरी, आस्था से जुड़ेगा बाल मन।
Sanatan Dharma: जयपुर। सनातन संस्कृति के मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए हनुमान चालीसा प्रबंध समिति ने “अर्थ सहित हनुमान चालीसा” को हर परिवार तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। इस व्यापक जन-जागरण अभियान का शुभारंभ भंडे के बालाजी धाम से श्रद्धा और भक्ति के माहौल के बीच किया गया। शुभारंभ अवसर पर हनुमानजी की विधिवत पूजा-अर्चना के पश्चात सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं को नि:शुल्क सचित्र एवं अर्थ सहित हनुमान चालीसा पुस्तिकाएं वितरित की गईं। समिति के अनुसार अभियान के प्रथम चरण में एक लाख आठ हजार परिवारों तक यह पवित्र ग्रंथ पहुंचाया जाएगा, ताकि प्रत्येक घर में हनुमान चालीसा का सही अर्थ और भाव समझा जा सके।
संस्थापक संत अमरनाथ के मार्गदर्शन में चल रहे इस अभियान का उद्देश्य केवल पाठ कराना नहीं, बल्कि उसके गूढ़ अर्थ से भक्तों को परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि आज अनेक श्रद्धालु हनुमान चालीसा का पाठ तो करते हैं, परंतु उसके वास्तविक अर्थ से अनजान रहते हैं। जब भक्त अर्थ सहित पाठ करते हैं, तो उनमें भक्ति की गहराई, मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव स्वतः होता है।
विशेष रूप से बच्चों को धार्मिक संस्कारों से जोड़ने के लिए विद्यालयों में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इन गतिविधियों के माध्यम से न केवल बच्चों को हनुमान चालीसा का ज्ञान मिलेगा, बल्कि उनमें धर्म, संस्कृति और नैतिक मूल्यों के प्रति समझ भी विकसित होगी।
यह अभियान सामाजिक समरसता और धार्मिक चेतना को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ी को सनातन परंपरा से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगा।