BAP विधायक जयकृष्ण पटेल को 20 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए ACB ने गिरफ्तार किया। सदाचार कमेटी की जांच पूरी हो गई है और रिपोर्ट 1 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में पेश होगी।
जयपुर: राजस्थान की विधानसभा में भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल पर रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने उन्हें उनके घर से रंगे हाथों 20 लाख रुपए लेते गिरफ्तार किया था।
बता दें कि विधायक ने खनन विभाग से जुड़े सवाल वापस लेने के लिए कुल 10 करोड़ की मांग की थी। सदन ने इस मामले की जांच विधानसभा की सदाचार कमेटी को सौंपी थी। कमेटी ने एसीबी और अन्य एजेंसियों से सभी तथ्य जुटाए और विधायक का पक्ष भी सुना। अब कमेटी अपनी रिपोर्ट स्पीकर वासुदेव देवनानी को सौंपेगी। यह रिपोर्ट 1 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में सदन में रखी जाएगी।
जानकारों के अनुसार, सदाचार कमेटी अगर विधायक को दोषी पाती है तो यह कार्रवाई की सिफारिश कर सकती है, जिसमें विधायक की सदस्यता समाप्त करने तक की सिफारिश शामिल हो सकती है। स्पीकर ने कहा है कि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है और विधायक सदन में आ सकते हैं।
जयकृष्ण पटेल का मामला सनसनीखेज है। क्योंकि वे अपने विधानसभा क्षेत्र से 600 किलोमीटर दूर टोडाभीम में सोप स्टोन खनन करने वाली कंपनी को ब्लैकमेल कर रहे थे। उन्होंने कंपनी से सवाल वापस लेने के लिए रिश्वत की मांग की। चुनावी प्रतिद्वंद्वी और पूर्व उम्मीदवारों ने भी इस मामले में विधायक की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
बताते चलें, राजस्थान में यह पहला मौका है जब किसी विधायक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। अब विधानसभा सदन में सदाचार कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।