जयपुर-अजमेर हाईवे पर रविवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। बगरू थाना क्षेत्र के छीतरोली मोड़ के पास होटल के बाहर अवैध रूप से खड़े पाम ऑयल टैंकर को डंपर ने टक्कर मार दी, जिससे रिसाव होकर सड़क पर तेल फैल गया।
जयपुर-अजमेर हाईवे पर रविवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। बगरू थाना क्षेत्र के छीतरोली मोड़ के पास होटल के बाहर अवैध रूप से खड़े पाम ऑयल टैंकर को डंपर ने टक्कर मार दी, जिससे रिसाव होकर सड़क पर तेल फैल गया। इसी दौरान पीछे से घायल को लेकर जयपुर जा रही एंबुलेंस फिसलकर आगे खड़े ट्रेलर से जा टकराई। हादसे में एंबुलेंस सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, रात करीब डेढ़ बजे पाम ऑयल से भरे टैंकर को चालक ने छीतरोली मोड़ के पास होटल के बाहर खड़ा कर दिया और खाना खाने चला गया। टैंकर अजमेर से जयपुर की ओर जाने वाली लेन पर खड़ा था। इसी दौरान पीछे से आ रहे डंपर ने टैंकर को टक्कर मार दी, जिससे उसमें भरा पाम ऑयल सड़क पर फैल गया। तेल की वजह से सड़क पर फिसलन हो गई और कुछ ही देर बाद किशनगढ़ से घायल को लेकर आ रही एंबुलेंस फिसलकर अनियंत्रित हो गई।
तेल पर फिसलते हुए एंबुलेंस आगे खड़े ट्रेलर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एंबुलेंस में सवार किशनगढ़ अजमेर निवासी दिनेश कुमार (55) पत्नी विट्ठलदास, धाबाई मोहल्ला किशनगढ़ निवासी बिरम सिंह (31) पुत्र गोविंद सिंह और गंभीर रुप से घायल रामपाली, सारवाड़ अजमेर निवासी सतीश (31) पुत्र दशरथ धामाणी को एसएमएस अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
हादसे में घायल विट्ठलदास पुत्र सरबजीत (63) और उनका बेटा अमित पुत्र विट्ठलदास निवासी किशनगढ़ को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
विट्ठलदास की तबीयत बिगड़ने पर उनका बेटा अमित और पत्नी दिनेश कुमारी उन्हें एंबुलेंस से जयपुर ले जा रहे थे। परिवार को उम्मीद थी कि जयपुर पहुंचकर इलाज से विट्ठलदास की जान बच जाएगी। लेकिन नियति ने रास्ते में ही ऐसा मोड़ ले लिया कि अमित से उसकी मां छिन गई और पिता अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर हाईवे पर भारी वाहनों की अवैध पार्किंग को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस स्थान पर टैंकर खड़ा था, वह न तो चिन्हित पार्किंग क्षेत्र था और न ही सुरक्षित। चालक की लापरवाही ने तीन परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया।