Amer Natata Tragic Accident : जयपुर के आमेर थाना क्षेत्र के शिव कुंडा पानी की टंकी के सामने गुरुवार शाम 7.30 बजे हुए दर्दनाक हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। इसमे ओमप्रकाश मरने से पहले करंट लगने से तड़प रहा था और लगातार चिल्ला रहा था कि चाहे मेरा पैर काट दो, लेकिन मुझे बचा लो। पढ़े यह हृदयविदारक घटना...।
Amer Natata Tragic Accident : जयपुर के आमेर थाना क्षेत्र के शिव कुंडा पानी की टंकी के सामने गुरुवार शाम 7.30 बजे हुए दर्दनाक हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। इसमें एक जान तो बिजली विभाग की लापरवाही के कारण बचाई नहीं जा सकी। हादसे के दौरान नटाटा निवासी ओमप्रकाश सैनी (44 वर्ष) का पैर डंपर के आगे फंस गया था और डंपर बिजली के बॉक्स (डीपी) में टकरा गया था, जिससे पूरे वाहन में करंट दौड़ रहा था।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि ओमप्रकाश करंट लगने से तड़प रहा था और लगातार चिल्ला रहा था कि चाहे मेरा पैर काट दो, लेकिन मुझे बचा लो। लेकिन लोग उसकी मदद नहीं कर पाए क्योंकि डंपर में करंट था। कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाई, पर उन्हें भी झटका लगा और वे पीछे हट गए। इसी दौरान परिवार की एक लड़की पास आने लगी तो ओमप्रकाश ने दर्द और चिंता में कहा कि बेटी तू दूर हो जा, मेरे करंट आ रहा है।
देर रात हुए हादसे में बेकाबू डंपर ने तीन युवकों को चपेट में लिया था। जिसमें 2 की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर घायल हो गया। आक्रोशित लोगों ने मृतक का शव दिल्ली रोड पर रखकर प्रदर्शन किया और हाईवे पर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने मृतकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की। घटना के बाद दूर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई।
हादसा आमेर थाना क्षेत्र में शिव कुंडा पानी की टंकी के सामने देर रात हुआ। मृतकों की पहचान ओमप्रकाश सैनी और शंकर सैनी (33 वर्ष) के रूप में हुई है। जो नटाटा गांव के निवासी थे। वहीं, घायल सोहनलाल (40 वर्ष) को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों युवक सड़क किनारे खड़े होकर बातचीत कर रहे थे, तभी पत्थर से भरे तेज रफ्तार डंपर ने उन्हें कुचल दिया। टक्कर के बाद डंपर एक पेड़ से टकराकर पास लगे बिजली के बॉक्स (डीपी) में फंस गया, जिससे शॉर्ट सर्किट हुआ और डंपर में आग लग गई और करंट दौड़ गया।
हादसे के बाद लोग समझे कि डंपर चालक-परिचालक आग में जल गए हैं, लेकिन जब क्रेन से डंपर हटाया तो पता चला कि दोनों फरार हो गए थे। गुस्साए ग्रामीणों ने शंकर के शव को दिल्ली रोड पर रखकर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि कुछ माह पहले भी यहां हादसा हुआ था, लेकिन प्रशासन ने सिर्फ आश्वासन दिया।
मृतक शंकर की मां 8 दिन पहले पोते के साथ मोटर साइकिल पर जा रही थी। अचानक मोटर साइकिल के आगे गाय आ गई और उसे बचाने के चक्कर में संतुलन बिगड़ गया और वे सिर के बल गिरी जिससे उनकी मौत को गई।