जयपुर विकास प्राधिकरण पर रिश्वत लेने के मामले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई के बाद हलचल तेज हो गई है।
एसीबी कार्रवाई के बाद जेडीए में बदलाव की बयार चल रही है। सोमवार को वैसे तो सरकारी छुट्टी थी, लेकिन जेडीए का प्रशासनिक अमला सक्रिय रहा। एक के बाद एक सात आदेश निकाले गए। इसमें कुछ को कार्यमुक्त किया गया और अन्य के जोन बदल दिए गए।
प्रवर्तन शाखा में कार्यरत पुलिस निरीक्षक सपना और बनवारी मीणा को मूल विभाग भेज दिया। सपना के पास जोन 10 और 10 ए था। वहीं, बनवारी मीणा के पास जोन दो और सात की जिम्मेदारी थी।
माना जा रहा है कि दोनों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। कुछेक शिकायतें तो राजस्थान सरकार के स्तर पर भी पहुंची थीं। हालांकि, प्रवर्तन अधिकारियों की कमी के कारण उनको रोक रखा था। अब प्रवर्तन शाखा में सात प्रवर्तन अधिकारी रह गए हैं। सभी के पास एक से अधिक जोन हैं।
पटवारी राजपाल मीणा, रणवीर सिंह और शुभम शर्मा, भू-अभिलेख निरीक्षक उमाकांत मीणा। उमाकांत मीणा को मूल विभाग जिला कलक्टर कार्यालय भेज दिया।
-तीन तहसीलदार और पांच नायब तहसीलदार
-21 पटवारी और भू-अभिलेख निरीक्षक
-14 कार्मिकों को भी किया इधर से उधर
-नगर नियोजन शाखा में भी 10 को बदला