जयपुर शहर के पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों से बुनियादी सुविधाओं के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है। एयर पंप पर हवा के पैसे वसूले जा रहे हैं, जबकि अधिकांश स्थानों पर शौचालय या तो बंद हैं या गायब। महिलाओं के लिए अलग से टॉयलेट की सुविधा तक उपलब्ध नहीं।
जयपुर: पेट्रोलियम कंपनियां दावा करती हैं कि उनके पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल के साथ उपभोक्ताओं को हवा, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं नि:शुल्क मिलेंगी। लेकिन शहर के कई पेट्रोल पंपों की हकीकत इन दावों से बिल्कुल उलट हैं।
कई जगह हवा के बदले वसूली, महिला टॉयलेट की अनउपलब्धता और पानी तक की कमी खुलकर सामने आई। पत्रिका की टीम ने जब पेट्रोल पंप का जायजा लिया तो तस्वीर बेहद चौंकाने वाली मिली।
यहां हालात और बदतर थे। न तो साफ पानी की सुविधा मिली और न ही महिला टॉयलेट का अता-पता। हवा भरने की मशीन भी पंचर बनाने वाले के अधीन थी, जिसका ध्यान हवा भरने से ज्यादा अपने धंधे पर था। कई वाहन चालक निराश होकर हवा भरे बिना ही लौट गए।
यहां पंप परिसर की बजाय सड़क के ग्रीन बेल्ट पर हवा के लिए पंप लगाया गया था। दोपहिया वाहनों में हवा नि:शुल्क भरी जा रही थी, लेकिन चौपहिया वाहनों से कर्मचारियों ने खुलेआम पैसे लिए। पूछने पर कर्मचारियों ने सफाई दी कि हवा भरने का कोई शुल्क नहीं है, लोग स्वेच्छा से पैसे देते हैं।
सीबीआई फाटक पेट्रोल पंप पर शौचालय की सुविधा भी नाममात्र की निकली। परिसर में एक ही टॉयलेट था, वह भी पुरुषों के लिए। महिलाओं के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं थी। जब कर्मचारियों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
यहां स्थिति और विचित्र थी। पंप पर भले ही नि:शुल्क हवा की सुविधा दिखाई दी, लेकिन पंप की दीवार से सटी पंचर की दुकान पर हवा के पैसे लिए जा रहे थे।
इस पंप पर भी वही हाल। यहां हवा पर पंचर बनाने वाले का कजा साफ नजर आया। हालांकि, शौचालय की व्यवस्था थी, लेकिन वह केवल पुरुषों के लिए था। यहां आए वाहन चालकों ने कहा कि महिलाओं के लिए अलग से शौचालय होना चाहिए। जिससे उन्हें असुविधा न हो। इसके अलावा पेट्रोल पंप पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए।
पेट्रोल पंप पर हवा, पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना अनिवार्य है। सामाजिक कल्याण नीति के तहत इनका होना जरूरी है। गाइडलाइन के मुताबिक, यदि कोई उपभोक्ता शिकायत करता है और ये सुविधाएं पंप पर नहीं मिलतीं, तो पंप संचालक का कमीशन काटा जाता है।
-राजेंद्र सिंह भाटी, अध्यक्ष, राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन