क्रिसमस से नए साल के पहले सप्ताह तक रणथम्भौर और सरिस्का के साथ राजधानी की झालाना व आमागढ़ सफारी पूरी तरह फुल हो चुकी हैं।
जयपुर। विंटर वेकेशन और नए साल के जश्न में इस बार कई सैलानियों का रुख मॉल और टूरिस्ट पैलेस से हटकर जंगलों की ओर है। नतीजन,क्रिसमस से नए साल के पहले सप्ताह तक रणथम्भौर और सरिस्का के साथ राजधानी की झालाना व आमागढ़ सफारी पूरी तरह फुल हो चुकी हैं।
अधिकांश जगहों पर ऑनलाइन बुकिंग स्लॉट पहले ही भर गए हैं, जिससे वेटिंग की स्थिति बन गई है।स्थिति यह है कि कई सैलानी अब केवल ऑफलाइन टिकट के भरोसे जंगल पहुंच रहे हैं। सीमित स्लॉट के चलते रणथम्भौर व झालाना में सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिल रहा है, जहां अब अंतिम सप्ताह में हर सफारी शिफ्ट में बुकिंग में मारामारी जैसी स्थिति बनी हुई है।
वन अधिकारियों के अनुसार आमतौर पर दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ही जंगल पर्यटन चरम पर होता है, लेकिन इस बार दिवाली के बाद से लगातार भीड़ बनी हुई है। नाहरगढ़ जैविक उद्यान, जयपुर चिड़ियाघर समेत वन विभाग के अन्य पर्यटन स्थलों पर भी सैलानियों की संख्या सामान्य से कहीं अधिक रही है। अधिकारियों का कहना है कि बड़ी संख्या में लोग नए साल की शुरुआत जंगल सफारी और वाइल्ड लाइफ एडवेंचर के साथ करना चाहते हैं, इसी कारण मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची है। इस पूरे महीने ही लगभग ऐसा ही हाल रहा है। इसे ट्रेंड में बदलाव कहा जा सकता है।
राजधानी जयपुर में झालाना-आमागढ़ लेपर्ड सफारी व नाहगढ टाइगर व लॉयन सफारी के अलावा हाथीगांव व आमेर महल में एलिफेंट सफारी संचालित हो रही है। इन सभी में अभी भी सैलानियों की अच्छी भीड़ देखी जा रही है। झालाना लेपर्ड सफारी के 25 से 31 दिसंबर के बीच दोनों पारी की ऑनलाइन बुकिंग के स्लॉट फुल हो चुके हैं, वहीं आमागढ़ लेपर्ड सफारी में भी 80 फीसदी तक बुकिंग हो चुकी है।
नाहरगढ़ जैविक उद्यान में चल रही लॉयन और टाइगर सफारी में भी सामान्य दिनों की तुलना में करीब दोगुने सैलानी पहुंच रहे हैं। वन विभाग को उम्मीद है कि साल के अंतिम सप्ताह में सैलानियों का नया रिकॉर्ड बनेगा। साथ ही बीड़ पापड़ लेपर्ड सफारी के भी दिन फिरने की उम्मीद है। आमागढ व झालाना सफारी फुल होने के बाद यहां सैलानी बढ़ सकते है।
रणथंभौर नेशनल पार्क में 25 से 31 दिसम्बर तक ऑनलाइन सफारी फुल है। दोनों पारी में 6 हजार सैलानी जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि, इस दौरान पांच से सात करोड़ से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है। दावा किया जा रहा है कि, गत बर्ष की तुलना में इस बार सैलानियों की संख्या ज्यादा रहेगी।
इधर, सरिस्का टाइगर रिजर्व में इस महीने सोमवार से शुक्रवार तक 400 पर्यटक प्रतिदिन घूमने आ रहे हैं जबकि शनिवार और रविवार को यह आंकड़ा 530 तक पहुंच रहा है। प्रतिदिन 35 गाड़ी सफारी में जा रही हैं। ट्रेंड के मुताबिक दिसंबर के आखिरी सप्ताह में तीन से चार करोड़ रुपए की आमदनी की उम्मीद है। यहां ऑफलाइन बुकिंग 30 फ़ीसदी होती है, बाकी 70 फ़ीसदी टिकट ऑनलाइन बुकिंग होते हैं।