School Transportation System: जयपुर में स्कूल बसों की लाइव मॉनिटरिंग शुरू, बच्चों की सुरक्षा को मिला नया कवच। उपकरण नहीं लगाने वाली बसों पर होगी कार्रवाई, परिवहन विभाग सख्त।
Student Safety: जयपुर। राजधानी में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए परिवहन विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। अब शहर की स्कूल बसों की लाइव लोकेशन और उनकी गति की निगरानी संभव हो गई है। जयपुर प्रादेशिक परिवहन कार्यालय और यातायात पुलिस की पहल पर शहर की एक हजार से अधिक स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस और स्पीड गवर्नर लगाए गए हैं।
इस व्यवस्था से जहां बसों की गतिविधियों पर सीधा नियंत्रण रहेगा, वहीं अभिभावकों को भी बच्चों के सुरक्षित सफर को लेकर संतोष मिलेगा। आरटीओ जयपुर प्रथम की ओर से 20 दिन तक चलाए गए विशेष अभियान में स्कूलों और अभिभावकों को यातायात नियमों व सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक किया गया। इसके बाद ही सामूहिक प्रयासों से स्कूल बसों में जरूरी उपकरण लगाए गए।
अभियान के दौरान विभिन्न स्कूलों में सड़क सुरक्षा पर सेमिनार आयोजित किए गए। इसमें बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई, जबकि बस चालकों को सुरक्षित वाहन संचालन और सतर्कता बरतने के गुर सिखाए गए। यह सुनिश्चित किया गया कि बच्चे बस में चढ़ने-उतरने और सफर के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें।
आरटीओ प्रथम राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि अभियान को स्कूल प्रशासन और अभिभावकों का व्यापक समर्थन मिला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन स्कूल बसों में अब भी सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस और स्पीड गवर्नर नहीं लगाए गए हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन विभाग अब इस मॉडल को जयपुर से बाहर अन्य जिलों में भी लागू करने की तैयारी कर रहा है। इससे आने वाले समय में पूरे प्रदेश में बच्चों की स्कूल यात्रा और भी सुरक्षित और पारदर्शी होगी।
यह कदम न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि स्कूल प्रशासन और अभिभावकों को भी भरोसेमंद परिवहन व्यवस्था का अनुभव कराएगा।