Rajasthan News: राजस्थान के चर्चित नेता नरेश मीणा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। जेल से रिहा होने के बाद अब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें DSP उदय मीणा को धमकी देते नजर आ रहे हैं।
Rajasthan News: राजस्थान के चर्चित नेता नरेश मीणा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पिछले साल सवाई माधोपुर में SDM को थप्पड़ मारने के मामले में जेल में रहे नरेश मीणा को करीब आठ महीने बाद जमानत मिली थी। जेल से रिहा होने के बाद अब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में नरेश मीणा सवाई माधोपुर के डिप्टी एसपी (DSP) उदय मीणा को खुलेआम धमकी देते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में नरेश मीणा ने DSP पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन और कुछ राजनेताओं पर भी सवाल उठाए हैं।
वायरल वीडियो में नरेश मीणा ने कहा कि DSP उदय मीणा उनके छात्रावास के जूनियर रहे हैं। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि जब मैं सवाई माधोपुर जाऊंगा और उदय मीणा से आमना-सामना होगा, तब मैं उसे बताऊंगा कि नौकरी कैसे की जाती है। नरेश मीणा ने उदय मीणा पर निर्दोष लोगों को प्रताड़ित करने और उनसे पैसे वसूलने का गंभीर आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया कि DSP महीने में करोड़ों रुपये कमा रहे हैं और निर्दोष लोगों को उनके घरों से उठाकर थाने में मारपीट करते हैं। नरेश मीणा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से DSP उदय मीणा की जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि मैं मीडिया के सामने कह रहा हूं, ACP साहब और मुख्यमंत्री जी सुन लें। अगर आज उदय मीणा के खिलाफ छापेमारी हो जाए, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। नरेश मीणा ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ नेताओं के इशारे पर निर्दोष लोगों को परेशान किया जा रहा है।
नरेश मीणा ने वीडियो में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) नेता हनुमान बेनीवाल का आभार जताया। इसके अलावा, नरेश मीणा ने कुछ बीजेपी विधायकों और सीएमओ में बैठे प्रशासनिक अधिकारियों का भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनकी मदद की। हालांकि, उन्होंने इन नेताओं के नाम उजागर न करने की बात कही ताकि उन्हें कोई नुकसान न हो।
वहीं, नरेश मीणा ने SDM थप्पड़ कांड के बाद अपनी छवि को लेकर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि उन्हें आक्रामक और अभद्र राजनेता के रूप में पेश किया गया, लेकिन यह उनकी असली पहचान नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं अन्याय के खिलाफ चुप नहीं रह सकता। मेरे लाखों समर्थक मुझ पर भरोसा करते हैं। अगर मैं अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाऊंगा, तो वे मुझ पर कैसे विश्वास करेंगे?