Patrika Women Safety Campaign: अजमेरी गेट से सांगानेर तक बड़ी संख्या में सिटी बसों की आवाजाही रहती है। इस दूरी में कामकाजी महिलाओं व छात्राओं के समय सुबह-शाम को एक-एक महिला स्पेशल बस पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जा सकती है।
Mahila Suraksha Abhiyan: शहरी बसों में महिलाओं की मुसीबत कम होने वाली नहीं है। जेसीटीएसएल प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं कि उनके पास एक भी बस नही है, जिसे महिलाओं के लिए स्पेशल बस के तौर पर चलाया जा सके। जेसीटीएसएल सूत्रों की मानें तो सरकार उन्हें नई बसें देगी, तब महिला स्पेशल बस सेवा चालू की जाएगी।
गौर करने वाली बात है कि महिला यात्री भार वाले विशेष मार्ग पर भी स्पेशल बस चलाने में असमर्थता जताई। उधर बताया जाता है कि जेसीटीएसएल प्रशासन पैसे कमाने के फेर में यात्रियों से ठसाठस भरी बसें चलाना चाह रहा, ताकि एक बस में क्षमता से तीन गुना अधिक यात्री बैठाकर मोटी कमाई की जा सके। महिला स्पेशल बस चलाने पर उस मार्ग पर मोटी कमाई नहीं हो सकेगी। अजमेरी गेट से सांगानेर तक बड़ी संख्या में सिटी बसों की आवाजाही रहती है। इस दूरी में कामकाजी महिलाओं व छात्राओं के समय सुबह-शाम को एक-एक महिला स्पेशल बस पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जा सकती है। इस दूरी के अलावा उक्त बस आम सिटी बस में फिर से बदल जाए।
बसों की संख्या कम है। जैसे ही नई बसें आएंगी। महिला स्पेशल बस शुरू कर देंगे।
नारायण सिंह, एमडी जेसीटीएसएल
महिला सुरक्षा को तैनात निर्भया स्क्वॉयड अब फिर से बस स्टैंड और बसों में मनचलों के खिलाफ कमान संभालेगी। निर्भया की नॉडल अधिकारी आईपीएस तेजस्वनी गौतम ने बताया कि शुक्रवार से निर्भया की अलग-अलग टीम बसों में महिलाओं से छेड़छाड़ व अभद्रता करने वालों पर नजर रखेगी। डिकॉय ऑपरेशन भी करेगी। सादा वर्दी में निर्भया टीम की महिला जवान बसों में सफर कर मनचलों की पहचान करेगी और उनके खिलाफ सख्ती से कानूनी कार्रवाई करेगी।