कोटपूतली पुलिस ने दिनदहाड़े एक प्रॉपर्टी कारोबारी के अपहरण के बाद महिला के साथ अश्लील वीडियो बनाकर उससे 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले का खुलासा करते हुए चार नकाबपोश इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
कोटपूतली। पुलिस ने दिनदहाड़े एक प्रॉपर्टी कारोबारी के अपहरण के बाद महिला के साथ अश्लील वीडियो बनाकर उससे 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले का खुलासा करते हुए चार नकाबपोश इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों ने कारोबारी को सुनसान खंडहरनुमा तिबारे में ले जाकर मारपीट की और महिला के साथ जबरन अवैध संबंध बनाने का दबाव बनाया। इसके बाद कारोबारी का अश्लील वीडियो बनाकर उसे सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए फिरौती की मांग की। रकम की व्यवस्था के लिए समय देने के बाद बदमाश कारोबारी को दूसरे स्थान पर छोड़ने ले जा रहे थे। इसी दौरान इलाके में पुलिस की नाकाबंदी से घबराकर बदमाश कारोबारी को छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि 12 दिसंबर की सुबह प्रोपर्टी कारोबारी कैलाश विजयवर्गीय डाबला रोड पर कॉलोनी के मंदिर में पूजा-पाठ के लिए गया था। इस दौरान सफेद कार में आए चार बदमाश उसे जबरन कार में बैठाकर सुंदरपुरा के पास सुनसान व खंडहरनुमा तिबारे में ले गए। वहां पहले से मौजूद एक महिला के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर मारपीट की गई और डराने के लिए फायर भी किया गया। इसी दौरान कारोबारी का अश्लील वीडियो बनाकर 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई।
मामला दर्ज होने के बाद आरोपितों की तलाश के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नाजिम अली, उप अधीक्षक राजेन्द्र बुरड़क और थाना प्रभारी राजेश शर्मा के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। टीमों ने तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर तंत्र की मदद से आरोपियों की पहचान कर दबिश दी। इसके बाद अलग-अलग स्थानों से विकास उर्फ विक्का गुर्जर निवासी सुंदरपुरा, संदीप उर्फ धोलाराम गुर्जर निवासी सुंदरपुरा, कृष्ण गुर्जर निवासी टोरड़ा गुजरान व शेरसिंह राजपूत निवासी भैसलाना को गिरफ्तार कर लिया। इनकी उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने इनकी गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों की कस्बे में परेड कराई, ताकि आमजन में कानून का संदेश जाए और अपराधियों का मनोबल कमजोर हो। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक पुखराज, हेड कांस्टेबल शमशेर सिंह, धर्मपाल, कांस्टेबल जितेन्द्र, कृष्ण, रामानंद, बाबूलाल शामिल रहे। आरोपितों की पहचान व दस्तयाबी में हेड कांस्टेबल धर्मपाल व कांस्टेबल जितेन्द्र की विशेष भूमिका रही है।