जयपुर

Jaipur : फ्लैट वालों लिए राहत भरी खबर, अब कॉल ड्रॉप-धीमे इंटरनेट की नहीं होगी परेशानी, ऊंची इमारतों के लिए बना नया नियम

Jaipur News : जयपुर में फ्लैट मे रहने वालों लिए राहत की खबर। अब ऊंची इमारतों में रहने वालों को कॉल ड्रॉप या धीमे इंटरनेट जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऊंची इमारतों के लिए नया नियम बनाया गया है।

2 min read
फाइल फोटो पत्रिका

Jaipur News : जयपुर में फ्लैट में रहने वालों लिए राहत की खबर। अब ऊंची इमारतों में रहने वालों को कॉल ड्रॉप या धीमे इंटरनेट जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। हर बड़ी इमारत, अस्पताल, स्कूल-कॉलेज, शॉपिंग मॉल और ऑफिस में अब इंडोर नेटवर्क सॉल्यूशन लगाना जरूरी कर दिया गया है। ट्राई (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) के निर्देश पर राज्य सरकार ने यह नियम बिल्डिंग बायलॉज में भी शामिल कर लिया है।

ये भी पढ़ें

राजस्थान में नए बिल्डिंग बायलॉज में बड़ा बदलाव, अब इस साइज के भूखंड पर ही बन सकेगी मल्टीस्टोरी

ऊंची इमारतों में इंडोर नेटवर्क सॉल्यूशन लगाना अनिवार्य

आज के डिजिटल दौर में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट उतने ही जरूरी हो गए हैं जितने बिजली और पानी। मोबाइल इंटरनेट की खपत में पिछले कुछ समय में 30 फीसद तक बढ़ोतरी हुई है। लेकिन ऊंची इमारतों में सिग्नल कमजोर होने से लोग परेशान रहते हैं। अब इंडोर नेटवर्क सॉल्यूशन लगाकर इस समस्या से राहत मिलेगी। आजकल पढ़ाई, इलाज, सरकारी सेवाएं और कारोबार तक सब कुछ ऑनलाइन हो गया। ऐसे में तेज़ और भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन हर इमारत के लिए जरूरी हो गया है।

इस तरह की आ रही थीं समस्याएं?

1- कॉल ड्रॉप और नेटवर्क फेल की समस्या।
2- इंटरनेट की स्पीड बार-बार कम हो जाना।
3- मोबाइल कंपनियों की तकनीक अपडेट नहीं, लेकिन उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।

इंडोर नेटवर्क सॉल्यूशन लगाना अनिवार्य

रिपीटर्स/बूस्टर
ये मोबाइल सिग्नल को मजबूत करके पूरे घर या ऑफिस में पहुंचाते हैं।
फेमटोसेल्स
छोटे एरिया जैसे घर या छोटे ऑफिस में नेटवर्क बढ़ाने वाला छोटा यंत्र।
पिकोसेल्स
भवन, हॉल या एयरप्लेन जैसे क्षेत्रों में नेटवर्क कवर करने के लिए।
डी. ए. सिस्टम
बिल्डिंग के हिस्सों में एंटीना लगाकर पूरे एरिया में नेटवर्क पहुंचाना।

बिल्डिंग को मिलेगी रेटिंग, बदलेगा निवेश

ट्राई अब यह भी देखेगा कि किस बिल्डिंग में कितनी अच्छी नेटवर्क कनेक्टिविटी है। इसके आधार पर 5 स्टार तक की रेटिंग दी जाएगी। इससे रियल एस्टेट में निवेश का तरीका भी बदल सकता है। बिल्डर बेहतर रेटिंग के लिए अच्छी कनेक्टिविटी देंगे और रेटिंग देखकर ही निवेश करेंगे।

कहां कर सकते हैं शिकायत

बॉयलॉज में शामिल प्रावधानों की पालना नहीं होने पर नक्शा मंजूर करने वाले स्थानीय निकाय को तो शिकायत की जा सकती है, रेरा ट्रिब्युनल में भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। सुनवाई नहीं होने पर कोर्ट में मामला दायर किया जा सकता है।

ऊंचाई के साथ बढ़ती गई दिक्कत

1- पिछले 5 साल में बहुमंजिला इमारतों में 15 फीसद की बढ़ोतरी।
2- अभी 125 प्रोजेक्ट बहुमंजिला इमारतों के निर्माणाधीन।
3- 1500 प्रोजेक्ट ऐसे हैं जो 15 मीटर से कम ऊंचाई के हैं।

ये भी पढ़ें

राजस्थान के नए बिल्डिंग बायलॉज जारी, मल्टीस्टोरी की परिभाषा बदली, कई और बड़े बदलाव किए गए

Updated on:
17 Jul 2025 08:35 am
Published on:
17 Jul 2025 08:34 am
Also Read
View All

अगली खबर