राजस्थान में पहली बार महिलाओं की सुरक्षा को समर्पित महिला पीसीआर वैन सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। केंद्र और राज्य सरकार महिला सुरक्षा को लेकर लगातार कदम उठा रही है, जिसका बड़ा असर पुलिस आधुनिकीकरण योजना पर भी देखा जा रहा है।
जयपुर। राजस्थान में पहली बार महिलाओं की सुरक्षा को समर्पित महिला पीसीआर वैन सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। केंद्र और राज्य सरकार महिला सुरक्षा को लेकर लगातार कदम उठा रही है, जिसका बड़ा असर पुलिस आधुनिकीकरण योजना पर भी देखा जा रहा है। इसी दिशा में सरकार ने कुल आधुनिकीकरण बजट का अधिक हिस्सा विशेष रूप से महिला पीसीआर वैन खरीदने के लिए आवंटित किया है। यह कदम राजस्थान पुलिस को तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बनाने और महिला सुरक्षा को मजबूत करने की बड़ी पहल माना जा रहा है। पीसीआर वैन के लिए करीब 19 करोड़ रुपए पुलिस आधुनिकीकरण पर खर्च किया जाएगा।
महिला सुरक्षा को लेकर 6 करोड़ रुपए महिला पीसीआर वैन पर खर्च किए जाएंगे। इसके तहत राज्य में 50 महिला पीसीआर वैन खरीदी जाएंगी, जिनकी प्रति वैन लागत 15 लाख रुपए बताई गई है।
राजस्थान में महिलाओं पर होने वाले अपराधों की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए महिला पीसीआर को अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। इन पुलिस वैन में पूरा स्टाफ महिला पुलिसकर्मियों का होगा, जो भीड़ भरे बाजारों, स्कूल-कॉलेजों, मॉल्स और महिलाओं की अधिक आवाजाही वाले इलाकों में तैनात रहेंगी। महिला से जुड़े किसी भी अपराध की सूचना मिलते ही अभय कमांड सेंटर संबंधित क्षेत्र की महिला पीसीआर को तुरंत अलर्ट करेगा। टीम मौके पर पहुंचकर प्राथमिक कार्रवाई, पीड़िता की सहायता और आवश्यक कानूनी कदम उठाएगी।
प्रत्येक महिला पीसीआर वैन में एमडीटी (मोबाइल डेटा टर्मिनल) लगाया गया है, जिससे वाहन सीधे अभय कमांड सेंटर से जुड़ा रहेगा। इसके अलावा इन वाहनों में जीपीएस, फोल्डिंग स्ट्रेचर, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, और एलईडी लाइट बार भी लगाए गए हैं। जीपीएस से वाहन की लोकेशन हर समय मॉनिटर की जा सकेगी, जबकि पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग भीड़ प्रबंधन और सूचना प्रसारण में काम आएगा।
50 महिला पीसीआर वैन जल्द ही पुलिस बेड़े में शामिल होगी। इनमें 10 महिला पीसीआर वैन पूरी तरह तैयार है। जल्द ही यह पुलिस बेड़े में शामिल होगी।
डॉ. प्रशाखा माथुर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, आयोजना, आधुनिकीकरण एवं कल्याण