Patrika Raksha Kavach: पुलिस ने वेस्ट जिले के 15 थानों के 26 स्कूल, कोचिंग में पढ़ रहे 8970 बच्चों को साइबर ठगी के बारे में जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत पुलिस बच्चों को साइबर ठगी से बचने के तरीके समझा रही है।
Awareness Campaign: साइबर ठगी एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इसके शिकार केवल बड़े ही नहीं, बल्कि बच्चे भी हो रहे हैं। इंटरनेट की बढ़ती पहुंच और स्मार्टफोन का अधिक उपयोग भी बच्चों को ठगी के दलदल में खींच रहा है। ऐसे में जयपुर कमिश्नरेट के वेस्ट जिला पुलिस ने बच्चों को साइबर ठगी से बचाने के लिए पहल शुरू की है।
पुलिस ने वेस्ट जिले के 15 थानों के 26 स्कूल, कोचिंग में पढ़ रहे 8970 बच्चों को साइबर ठगी के बारे में जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत पुलिस बच्चों को साइबर ठगी से बचने के तरीके समझा रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अगर बचपन से ही इन खतरों के बारे में बताया जाए तो बच्चे भविष्य में ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं।
पुलिस ने बच्चों को साइबर सुरक्षा के कुछ महत्वपूर्ण उपाय भी बताए हैं। बच्चों को सिखाया जा रहा है कि वे हमेशा मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें और इसे किसी से भी साझा न करें। बच्चों को सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि इससे हैकर्स बच्चों की डिवाइस में आसानी से घुस सकते हैं।
पुलिस का यह अभियान स्कूलों में बच्चों के बीच प्रभावी साबित हो रहा है। बच्चों के मन में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ी है और वे अब माता-पिता और शिक्षकों से भी साइबर ठगी के बारे में सवाल करने लगे हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो जागरूकता अभियान साइबर ठगी की घटनाओं को कम करने में सहायक होंगे। इस अभियान को पूरे जिले के विभिन्न स्कूलों में चलाया जाएगा।
साइबर ठगी से बचने के बारे में बच्चों को जानकारी दी जा रही है। बच्चों को अनजान लिंक पर क्लिक करने सहित कई अहम जानकारी दी जा रही है।
अमित कुमार, डीसीपी (वेस्ट)