Last Rites Will Perform On Rakshabandhan: रक्षाबंधन पर सुशीला को अपने पीहर, उदयपुरवाटी के दीपपुरा गांव जाना था, लेकिन अब उसी दिन उनका और मासूम बेटी का अंतिम संस्कार होगा। हादसे की सूचना मिलते ही पति श्रीराम सैनी घटनास्थल पर पहुंचे और पत्नी-बेटी के शव देखकर बिलख पड़े।
Mother-Daughter Died After Hit By Train: रक्षाबंधन से एक दिन पहले एक हृदयविदारक हादसे ने त्योहार की खुशियां मातम में बदल दीं। जयपुर के पास बिंदायका रेलवे स्टेशन पर सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षिका सुशीला सैनी (38) और उनकी आठ वर्षीय बेटी भाव्या की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।
सुशीला बेटी के साथ स्कूल से घर लौट रही थीं और बिंदायका बस स्टैंड की ओर ट्रैक पार कर रही थीं, तभी हादसा हो गया। बेटी बीमार होने के कारण सुशीला उसे स्कूल साथ ले गई थी। शनिवार को रक्षाबंधन पर सुशीला को अपने पीहर, उदयपुरवाटी के दीपपुरा गांव जाना था, लेकिन अब उसी दिन उनका और मासूम बेटी का अंतिम संस्कार होगा। हादसे की सूचना मिलते ही पति श्रीराम सैनी घटनास्थल पर पहुंचे और पत्नी-बेटी के शव देखकर बिलख पड़े।
मूलत: नीमकाथाना निवासी सुशीला सैनी जयपुर के सी-स्कीम में रहती थीं और विजयपुरा राजकीय प्राथमिक विद्यालय में 2018 से शिक्षिका थीं। शुक्रवार दोपहर 1:10 बजे स्कूल की छुट्टी के बाद वह अपनी बीमार बेटी को साथ लेकर घर लौट रही थीं। स्कूल से महज 200 मीटर दूर ही दोनों की जान चली गई। ट्रेन की चपेट में आने से दोनों के शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए। हादसे के बाद करीब आधे घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा। रेलवे कर्मियों ने शव हटाकर ट्रैक को खाली किया, तब जाकर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो सकी।
बिंदायका स्टेशन के पास लंबे समय से अंडरपास की मांग की जा रही है। यहां से हजारों लोग, मजदूर, विद्यार्थी और शव यात्राएं ट्रैक पार करती हैं। लेकिन सुरक्षा उपाय अब तक नहीं किए गए। रेलवे ने हाल ही सर्वे किया था, लेकिन निर्माण शुरू नहीं हुआ। अगर समय रहते अंडरपास बन जाता, तो शायद ये जानें बचाई जा सकती थीं।
रक्षाबंधन पर अपनों से मिलने की चाह में शुक्रवार को सैकड़ों लोग बसों में सवार होकर घरों की ओर रवाना हुए, लेकिन यह यात्रा कई यात्रियों के लिए दर्दनाक हादसे में बदल गई। शुक्रवार को नेशनल हाईवे पर दादनपुरा गांव के पास निजी बस और ट्रक की आमने-सामने की टक्कर में बस में सवार कई यात्री घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस में अंदर और छत पर बड़ी संख्या में सवारियां थीं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक पलट गया और बस में बैठे यात्री नीचे गिर पड़े। सड़क पर अफरा-तफरी मच गई।
हादसे के तुरंत बाद बस चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। बाद में स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और एम्बुलेंस बुलाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। कई यात्रियों को सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने ट्रक और बस को जब्त कर लिया है व दोनों चालकों की तलाश जारी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस में क्षमता से अधिक सवारियां भरी हुई थीं। यात्रियों के अनुसार त्योहार पर ट्रेवल्स कंपनियां मनमानी करती हैं, जिससे यात्रियों को छत पर बैठकर यात्रा करनी पड़ती है। स्थानीय लोगों ने तेज गति से दौड़ते भारी वाहनों पर नियंत्रण और टोल प्लाजा पर निगरानी बढ़ाने की मांग की है।