Vaishno Devi tragedy: वैष्णो देवी धाम क्षेत्र में हुए भूस्खलन में अभी तक 38 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, इसमें राजस्थान के भी 4 लोग शामिल हैं। सेना-एसडीआरएफ टीमें राहत और बचाव में जुटीं हैं।
जयपुर। जम्मू के कटरा स्थित वैष्णो देवी धाम के मार्ग पर मंगलवार को हुए भूस्खलन ने कई परिवारों को मातम में डुबो दिया। हादसे में राजस्थान के चार लोगों सहित 38 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक घायल हैं और कई लापता हैं। लापता लोगों में धौलपुर के तीन युवक भी शामिल हैं।
भारी बारिश के बीच अर्धकुंवारी के पास पहाड़ से पत्थर गिरने लगे, जिससे श्रद्धालु चपेट में आ गए। सेना और एसडीआरएफ टीमें राहत-बचाव में जुटी हैं। वैष्णोदेवी यात्रा रोक दी गई है। जम्मू-कश्मीर सरकार और श्राइन बोर्ड ने मृतकों के परिजनों को 9 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
मृतकों में चूरू के सुजानगढ़ निवासी दो सगे भाई अनिल (40) और अरविंद (45) पुत्र हनुमानमल सोनी, इनके चाचा का बेटा गजानंद सोनी (32) निवासी सारोठिया और बुआ का बेटा संदीप (41) निवासी नागौर शामिल है। यह चारों कार से वैष्णो देवी गए थे। गजानंद ने मंगलवार को दोपहर 12:49 बजे पिता से अंतिम बार बात की और बोला, 'दर्शन कर लिए हैं, जल्दी लौट रहे हैं।' लेकिन कुछ ही देर बाद यह त्रासदी हो गई। परिजन शव लेने रवाना हो गए हैं।
अनिल कुछ साल पहले तक इटली में रहता था, लेकिन परिवार के कहने पर लौटा और कारोबार संभाल लिया। हादसे के समय अनिल की पत्नी को कुछ पता नहीं था, वह गणेश चतुर्थी पर मंदिर जाकर मंगल कामना कर रही थी। नागौर निवासी संदीप हंसमुख स्वभाव का था। वह ज्वैलरी का व्यवसाय करता था।
हादसा सिर्फ जम्मू तक सीमित नहीं है। उत्तर भारत में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन का संकट गहराया है। जम्मू-कश्मीर में कुल मौतें 41 हुई हैं। पंजाब के पोंग और भाखडा डैम से पानी छोड़ने के बाद कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। गुरदासपुर में नवोदय विद्यालय में 400 विद्यार्थी फंसे। सेना ने रेस्क्यू किया। मौसम विभाग के अनुसार 2013 के बाद इस बार उत्तर भारत में 12 साल में सबसे ज्यादा बारिश हुई है।
आइएमडी के अनुसार जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, गुजरात-कोंकण व मध्य महाराष्ट्र में अगले 7 दिन भारी बरसात की संभावना है। पश्चिमी व दक्षिणी राजस्थान में 29 से 31 अगस्त तक, यूपी में 1 से 2 सितम्बर तक तथा छत्तीसगढ़, बिहार व झारखंड में 28 अगस्त से 1 सितम्बर तक भारी बारिश की संभावना है।
धौलपुर जिले के सैंपऊ कस्बे के तीन युवक अब भी लापता हैं। इनके नाम यश (पुत्र शशिकांत गर्ग), प्रियांशु (पुत्र सुनील मित्तल) और शिव (पुत्र विनोद बंसल) निवासी खेरागढ़ हैं। परिजनों ने जम्मू-कश्मीर व राजस्थान सरकार से मदद की गुहार लगाई है। बुधवार को गणेश चतुर्थी पर परिजनों ने गणपति से प्रार्थना की, 'हमारे लाल सकुशल लौट आएं।'
धौलपुर के दीपक मित्तल और आदित्य परमार हादसे से किसी तरह बच निकले। दीपक ने बताया, 'हम सभी दर्शन कर लौट रहे थे। तभी लैंडस्लाइड हुआ, पत्थर गिरने लगे। गाड़ी रोकी और हम नीचे उतरे ही थे कि पानी के तेज सैलाब ने बहा दिया। पेड़ के सहारे एक टापू पर अटककर मेरी और आदित्य की जान बची, लेकिन तीनों साथी आंखों के सामने बह गए।'