Youth Dialogue Program: लोकतंत्र की आत्मा को समर्पित आयोजन, विधानसभा में ऐतिहासिक पहल, वंदे मातरम् के 150 वर्ष और संविधान की गरिमा का प्रेरक संगम।
Rajasthan Assembly: जयपुर। संविधान दिवस के अवसर पर राजस्थान विधान सभा में लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्रीय चेतना को समर्पित एक विशेष आयोजन होने जा रहा है। विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी बुधवार को विधान सभा डिजिटल संग्रहालय में नव निर्मित वंदे मातरम् दीर्घा का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। यह दीर्घा राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तैयार की गई है, जिसमें इसके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक पक्षों को 37 पैनलों के माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित किया गया है।
देवनानी ने बताया कि यह दीर्घा शोधकर्ताओं, छात्रों, युवाओं और आमजन के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षिक केंद्र के रूप में कार्य करेगी। इसमें वंदे मातरम् की रचना से जुड़े सभी प्रमुख तथ्य, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1875 में इसकी रचना, उसका ऐतिहासिक संदर्भ और राष्ट्र जागरण में इसकी भूमिका को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।
संविधान दिवस के अवसर पर विधानसभा में युवा संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें विधि शिक्षा से जुड़े युवा संविधान के मूल सिद्धांतों पर चर्चा करेंगे। इस संवाद का उद्देश्य युवाओं को संवैधानिक मूल्यों, अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और अतिरिक्त महाधिवक्ता जी.एस. गिल की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
प्रदेशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देवनानी ने कहा कि भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है और यह नागरिकों के अधिकारों की रक्षा का मूल आधार है। 26 नवंबर हमें संविधान निर्माताओं की दूरदृष्टि, त्याग और समर्पण की याद दिलाता है, जिन्होंने विविधताओं से भरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोकर एक न्यायपूर्ण और समावेशी राष्ट्र की नींव रखी।
यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक चेतना को सशक्त करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रप्रेम और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रेरित भी करेगा।