1 Died In Jaipur-Delhi National Highway Accident: शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहा था, इसी दौरान भाबरू फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड पर पहुंचने पर एक कार ने युवक टक्कर मार दी।
Rajasthan Road Accident: चौमूं के आंतेला भाबरू थाना इलाके में जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे-48 पर स्थित सर्विस रोड पर मंगलवार रात कार की टक्कर से एक युवक की मौत हो गई। युवक शादी समारोह में शामिल होकर पैदल घर लौट रहा था। पुलिस ने बताया कि ढाणी जीन्दाला कैरली निवासी कृष्ण गुर्जर (29) पुत्र जयराम मंगलवार रात शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहा था, इसी दौरान भाबरू फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड पर पहुंचने पर एक कार ने युवक टक्कर मार दी।
इससे युवक उछलकर बरसाती नाली में जा गिरा तथा उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अंधेरा होने से रात्रि में सर्विसलेन से गुजरने वाले वाहन चालकों को युवक नजर नहीं आया।
बुधवार अलसुबह स्थानीय राहगीरों ने नाली में युवक का शव देखा तो चारों ओर हड़कंप मच गया। आसपास के ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर भाबरू थाना प्रभारी जयप्रकाश, हैड कांस्टेबल संदीप यादव, कांस्टेबल अनिल प्रजापत मय पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर घटना की जानकारी ली। इस दौरान युवक की शिनाख्त जीन्दाला निवासी कृष्ण गुर्जर के रूप में हुई। सूचना पर थोडी देर में परिजन भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए मृतक के शव को शाहपुरा के राजकीय उप जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां पोस्ट मार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
युवक की मौत की खबर से ढाणी जीन्दाला, आंतेला सहित आसपास की ढाणियों में सन्नाटा पसर गया। मृतक युवक का बुधवार दोपहर शव ज्यों ही घर पहुंचा तो मृतक की पत्नी पिंकी देवी बेसुध हो गई। युवक की माता कमली और बहन मौसम का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे लोगों की आंखों में भी आंसू आ गए। परिवार में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों ने बमुश्किल से परिजनों को संभाला। गमगीन माहौल में युवक का अंतिम संस्कार किया गया। आसपास के घरों में चूल्हे तक नहीं जले।
मृतक कृष्ण तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। छोटी बहन मौसम 12वीं की पढाई कर रही है। कृष्ण की करीब 4 साल पहले पिंकी देवी से शादी हुई थी। बीती रात शादी से घर लौटते समय कुदरत ने कहर बरपाया कि सड़क हादसे में युवक की मौत से परिजनों के सपने धरे रह गए।