स्वर्णनगरी इन दिनों शारदीय नवरात्र पर्व की धूम से गुलजार है। शहर के हर गली और मोहल्ले में गरबा और डांडिया की मधुर आवाजें गूंज रही हैं।
स्वर्णनगरी इन दिनों शारदीय नवरात्र पर्व की धूम से गुलजार है। शहर के हर गली और मोहल्ले में गरबा और डांडिया की मधुर आवाजें गूंज रही हैं। सोनार किला, जीवणीयाई तालाब, शारदा पाड़ा, पटवा हवेली क्षेत्र, मैनपुरा, छड़ीदार पाड़ा और इंदिरा कॉलोनी सहित विभिन्न क्षेत्रों में नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शाम होते ही पंडालों में आस्था और श्रद्धा का ज्वार उमड़ पड़ता है। बच्चे, किशोर, युवा और महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजधज कर गरबा और डांडिया नृत्य में भाग ले रहे हैं। संध्या आरती के बाद श्रद्धालु माता दुर्गा के प्रति अगाध भक्ति दिखाते हुए गरबा का आनंद ले रहे हैं।पारंपरिक गीत जैसे ओढनी उड़े तो उड़ उड़ जाए, अंबे जय जगदंबे माता, केसरिया रंग लाग्यो ओला गरबा, चपटी भरी चाख और पंखीड़ा ने उड़ना जावो पर झूमते हुए युवा, किशोर और बालिकाएं उत्साह और उमंग से नृत्य कर रहे हैं। उत्सव में हर उम्र के लोग शामिल होकर रंग-बिरंगे वातावरण को जीवंत बना रहे हैं और शहर में उत्सव का उल्लास चारों ओर फैल रहा है।