Rajasthan Politics: जैसलमेर में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोऑर्डिनेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी (दिशा) की बैठक को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है।
Rajasthan Politics: जैसलमेर में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोऑर्डिनेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी (दिशा) की बैठक को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत और जोधपुर सांसद और केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर गंभीर आरोप लगाते हुए बैठक स्थगित करने की मांग की है। बेनीवाल का दावा है कि उनकी अनुपस्थिति में कलेक्टर जबरन बैठक करवा रहे हैं। उम्मेदाराम बेनीवाल ने बाकायदा इसका वीडियो बनाकर भी आरोप लगाए हैं।
वहीं, केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने पलटवार करते हुए बेनीवाल पर कांग्रेस की पाठशाला में पढ़ने का तंज कसा। इसके जवाब में बेनीवाल ने शेखावत के बयान को झूठ करार देते हुए लिखित सूचना का सबूत पेश किया। साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस मामले में संज्ञान लेने और बैठक स्थगित करने की मांग की है।
सांसद बेनीवाल ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि माननीय शिवराज सिंह जी, आपके मंत्रालय द्वारा जिस उद्देश्य के लिए दिशा समिति का गठन किया गया, मेरे संसदीय क्षेत्र के जैसलमेर जिला कलक्टर उस उद्देश्य और भारत सरकार की मंशा के विपरीत जैसलमेर जिले की दिशा समिति की बैठक मेरी अनुपस्थिति में आज जबरन करवा रहे है।
सांसद ने कहा कि मैं रेलवे की संसदीय स्थाई समिति का सदस्य हूं और अभी समिति के अध्ययन दौरे में अन्य राज्य के प्रवास पर हूं ऐसे में मैंने जिला कलक्टर को लिखित में अवगत करवा दिया था कि समिति के अध्ययन दौरे की समाप्ति के बाद इस बैठक का आयोजन करवाएं, चूंकि मैं जैसलमेर जिले की दिशा समिति का सह अध्यक्ष हूं तथा जोधपुर सांसद अध्यक्ष है।
बेनीवाल ने कहा कि ऐसे में पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर जिला कलक्टर जैसलमेर जोधपुर सांसद के दबाव में इस बैठक का आयोजन मेरी अनुपस्थिति में करवा रहे है जो उचित नहीं है, जिला कलक्टर जैसलमेर अपने दायित्व को भुलाकर एक पार्टी विशेष के प्रवक्ता के रूप में कार्य कर रहे है जो संविधान की भावना के खिलाफ हैं, मेरा आपसे अनुरोध है कि दिशा समिति की सार्थकता बनाए रखने के लिए आप अविलंब संज्ञान लेकर इस बैठक को स्थगित करावे।
वहीं, इन आरोपों पर भाजपा सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया में जवाब देते हुए कहा कि आज से 21 दिन पहले मैंने बैठक करने के लिए जिला प्रशासन को सूचना भेजी थी, नियम के मुताबिक, बैठक से 15 दिन पहले नोटिस भेजा जाना जरूरी है। जिला प्रशासन ने इसका पालन करते हुए उम्मेदाराम बेनीवाल को नोटिस भेज दिया था।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वे 15 दिनों तक नोटिस जेब में रखकर घूमते रहे, और आज सुबह अचानक मोबाइल से ट्वीट कर दिया। अगर वो 15 दिन पहले ही मुझे फोन करके अपनी बात बता देते तो बैठक आगे बढ़ा दी जाती। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे नए-नए कांग्रेस में आए हैं और उसकी पाठशाला में पढ़ रहे हैं। उनकी इस हरकत से कांग्रेस का स्वभाव झलक रहा है।
सांसद बेनीवाल ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर पलटवार करते हुए कहा कि जैसलमेर जिले की दिशा समिति की बैठक को लेकर जोधपुर सांसद व केन्द्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा मीडिया के समक्ष यह बयान दिया गया कि मेरे द्वारा पहले क्यों नहीं बताया गया कि बैठक की तारीख में बदलाव हो।
उन्होंने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि सदस्य सचिव के नाते कलक्टर ने मुझे बैठक की सूचना दी, मैंने मेरी रेलवे सम्बन्धी संसदीय स्थाई समिति के अध्ययन दौरे की सूचना जिला कलक्टर को दे दी और जैसलमेर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने 15/04/2025 को आपको इस समिति के अध्यक्ष होने के नाते यह यह सूचना भी लिखित में दे दी, ऐसे में क्या आपकी नैतिकता नहीं बनती थी कि ऐसी महत्वपूर्ण बैठक में सह अध्यक्ष की बात की तरफ भी गौर किया जाए।
बेनीवाल ने कहा कि जिला परिषद सरकारी तंत्र का हिस्सा है, जिला परिषद ने आपको लिखित में अवगत करवा दिया फिर आप मीडिया के समक्ष झूठ क्यों बोल रहे हो कि मुझे बताया नहीं गया, आपकी जानकारी के लिए यह पत्र भी साझा कर रहा हूं, मंत्री जी आप केवल शब्दों से मीठा बोलकर लोगों को गुमराह तो कर सकते हो लेकिन इस पत्र को लेकर अब यह मत कह देना कि मुझे यह पत्र मिला ही नहीं था।