मौसम विभाग की ओर से जैसलमेर जिले में सोमवार को भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच दिन से लेकर देर शाम तक रिमझिम फुहारें ही चलती रही। जिससे सडक़ें व गलियां तरबतर रहीं।
मौसम विभाग की ओर से जैसलमेर जिले में सोमवार को भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच दिन से लेकर देर शाम तक रिमझिम फुहारें ही चलती रही। जिससे सडक़ें व गलियां तरबतर रहीं। जिला प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर सोमवार को सभी स्कूलों में नर्सरी से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों व आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए अवकाश की घोषणा की थी। यह आदेश बीते रविवार की मध्यरात्रि के करीब आया। हालांकि भारी बारिश की चेतावनी फलीभूत नहीं हुई लेकिन दिन में रह-रह कर तेज शीतल हवाओं के साथ फुहारों के चलने से जैसलमेर का मौसम किसी पहाड़ी इलाके के जैसा हो गया। दिन के तापमान में एकदम से गिरावट आ गई। सूरज बादलों की ओट में ही छिपा रहा। मौसम विभाग ने दिन का अधिकतम तापमान 27.1 और न्यूनतम 24.8 डिग्री सै. रिकॉर्ड किया। जो एक दिन पहले क्रमश: 34.0 व 26.3 डिग्री रहा था। इससे पहले रविवार को जैसलमेर के साथ चेलक, फलसूंड, नाचना, देवीकोट, फतेहगढ़, पोकरण आदि में मामूली बारिश ही हुई थी।
सोमवार को मनमोहक मौसम में बारिश की बेहद महीन फुहारों के बीच सैलानी छाते लेकर घूमते नजर आए। कइयों ने रेनकोट पहन रखे थे। मौसम में घुली ठंडक से हर किसी के चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती थी। स्थानीय बाशिंदे जो पिछले दिनों की उमस व तपिश से बेहद परेशान थे, उन्होंने भी मौसम में आए बदलाव का स्वागत किया। बड़ी संख्या में लोगों ने शहर के आसपास की रमणीक जगहों का रुख किया और वहां गोठ का आनंद लिया। गौरतलब है कि जिले में रवि व सोमवार को भारी बरसात का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया था। बताया जाता है कि इसके बाद मौसम धीरे-धीरे साफ हो जाएगा।