पोकरण-रामदेवरा वाया कैलाश टेकरी और भैरव राक्षस गुफा नई रेल लाइन के लिए रेलवे ने भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की है। 13.38 किमी लंबे ट्रैक के लिए 57.48 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी। लाइन बनने पर इंजन मोड़ने की जरूरत खत्म होगी और ट्रेनों का संचालन 45 मिनट तेजी से हो सकेगा।
जैसलमेर: पोकरण क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है। पोकरण-रामदेवरा वाया कैलाश टेकरी और भैरव राक्षस गुफा रेल लाइन बिछाने के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर रेलवे की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। भूमि अधिग्रहण के बाद टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर कार्य शुरू किया जाएगा।
गौरतलब है कि पोकरण में आजादी से पुराना रेलवे स्टेशन स्थित है। रामदेवरा से जैसलमेर के लिए बिछी रेल लाइन में गोमट स्टेशन के पूर्व दिशा में पोकरण स्टेशन स्थित है। ऐसे में रामदेवरा या जैसलमेर से आने वाली ट्रेनें पहले पोकरण आती हैं। यहां इंजन को वापस घुमाकर लगाया जाता है और फिर ट्रेन रवाना होती है।
पोकरण स्टेशन आने वाली ट्रेनें 20 से 25 मिनट तक यहां खड़ी रहती हैं, जिसके कारण पूर्व में कई लंबी दूरी की रेलों का पोकरण से संचालन नहीं होता था। इसके लिए क्षेत्र के वाशिंदे लंबे समय से पोकरण से रामदेवरा वाया कैलाश टेकरी, भैरव राक्षस गुफा होते हुए सीधी रेल लाइन बिछाने की मांग कर रहे थे। ताकि रेल आने पर इंजन को वापस घुमाना नहीं पड़े और रेल का बिना किसी देरी के सीधा संचालन हो सके।
पोकरण से रामदेवरा के बीच सीधी रेल लाइन कैलाश टेकरी और भैरव राक्षस गुफा होते हुए बिछाई जाएगी। इसकी दूरी 13.38 किलोमीटर होगी। लंबे समय से लोगों की ओर से की जा रही मांग पर जोधपुर-पोकरण सांसद व केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, क्षेत्रीय विधायक महंत प्रतापपुरी, पूर्व विधायक शैतान सिंह राठौड़ ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर मांग की थी। गत अप्रैल महीने में रेल मंत्री की ओर से इस परियोजना को स्वीकृति दी गई।
रेलवे की ओर से जारी अधिसूचना के अंतर्गत पोकरण, रामदेवरा व गोमट पटवार हल्कों में भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके अंतर्गत कुल 57.4860 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। इसमें निजी और सरकारी भूमि शामिल है। भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी कर आपत्तियां आमंत्रित की गई है। एक महीने में प्राप्त होने वाली आपत्तियों का निस्तारण कर भूमि अधिग्रहित की जाएगी।
उक्त रेल लाइन के बिछने से रेलों का सीधा संचालन हो सकेगा, जिससे लंबी दूरी की ट्रेनों का भी पोकरण आगमन हो सकेगा। रेलों के संचालन में 45 मिनट के समय की बचत होगी। ऐसे में जैसलमेर जाने वाली सभी रेलों का पोकरण में ठहराव हो सकेगा।