पीत पाषाणों से निर्मित अनूठे जैसलमेर शहर और धोरों के लिए प्रसिद्ध सम व खुहड़ी का नजारा करने के लिए सैलानियों का सैलाब उमडऩा शुरू हो गया है।
पीत पाषाणों से निर्मित अनूठे जैसलमेर शहर और धोरों के लिए प्रसिद्ध सम व खुहड़ी का नजारा करने के लिए सैलानियों का सैलाब उमडऩा शुरू हो गया है। आगामी 10 दिनों के दौरान यहां 60 हजार से ज्यादा सैलानियों के पहुंचने की उम्मीद है। देश के लगभग सभी प्रांतों में स्कूल.कॉलेजों में शीतकालीन अवकाश शुरू हो गए हैं और इस दौरान क्रिसमस व नववर्ष को धूमधाम से मनाने के लिए जैसलमेर पर्यटन के लिए साल के सबसे बड़े अवसर का मंच सज चुका है। सुबह के समय सोनार दुर्ग और शाम के समय सम सेंड ड्यून्स पर हजारों सैलानियों के उमडऩे का दौर चल रहा है। आगामी दिनों में इसमें लगातार तेजी आने की पूरी उम्मीद है। वैसे भी इस बार दिसम्बर का महीना पर्यटन के लिहाज से बेहतरीन गुजरा है। जबकि उससे पहले दिवाली का सीजन अपेक्षानुरूप नहीं रहा था। दिसम्बर में लगातार सैलानियों की भीड़ ने जैसलमेर जिले के पर्यटन और इससे संबंधित व्यवसायियों के ललाट पर उभरी चिंता की सिलवटों को साफ कर दिया है।
. पर्यटन के बूम के चलते आगामी दिनों में जैसलमेर के लगभग सभी सिताराए मझोले और छोटे होटलों से लेकर सम के रिसोट्र्स हाउसफुल हो गए हैं।
. अधिकांश होटलों व रिसोट्र्स में अग्रिम बुकिंग बहुत अच्छी हुई है। वर्तमान में इनमें ठहरने व खाने.पीने के भावों में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
. आगामी दिनों में सबसे ज्यादा सैलानी राजस्थान के विभिन्न जिलों से लेकर गुजरातए दिल्लीए हरियाणाए पंजाबए महाराष्ट्रए मध्यप्रदेशए उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से आएंगे। इसके साथ ही पिछले कुछ समय से सुदूर दक्षिणी प्रांतों से भी सैलानी घूमने के लिए पश्चिमी सीमा पर अवस्थित जैसलमेर में पहुंच रहे हैं।
स्वर्णनगरी जैसलमेर में दर्शनीय स्थलों सोनार दुर्गए गड़ीसर सरोवरए पटवा हवेलियों से लेकर गोपा चौकए हनुमान चौराहाए शहर के भीतरी हिस्सों पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमडऩा शुरू हो गई है। आगामी दिनों में यह और बढऩे वाली है। ऐसे ही शांत सुनहरे रेत के टीले लोगों की चहलकदमियों और मौज.मस्ती से गुलजार हो रहे हैं हैं। पिछले वर्षों से जैसलमेर भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र सम सेंड ड्यून्स हो गया है। खुहड़ी के टीलों की सैर करने भी बड़ी तादाद में पर्यटक पहुंचते हैं। इन दिनों पड़ रही तेज सर्दी के मौसम में क्रिसमस व नए साल की शुरुआत करने की चाह के चलते हजारों की संख्या में देशी व विदेशी सैलानियों का आगमन होगा। सैलानियों के स्वागत व विशेष व्यवस्थाओं के लिए होटल व्यवसायी भी युद्ध स्तर पर जुट गए हैं। होटलों में सजावट के साथ विशेष थीम्स के जरिए से पर्यटकों को हेरिटेज सिटी का राजसी एहसास दिलाने के लिए पर्यटन व्यवसाइयों ने विशेष तैयारियां की हैं। वैसे पर्यटक दिन की शुरुआत सोनार दुर्ग व पटवा हवेली का भ्रमण करते हैं तो ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर पहुंच कर नौकायन का लुत्फ उठाते हैं और शाम के समय सैलानी सम के मखमली टीलों पर सूर्यास्त के मनोहारी नजारे को कैमरे में कैद करते हैं और कैमल सफारी के बाद रिसॉर्ट में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाने को तरजीह देते हैं।