जैसलमेर में बुजुर्ग को आपत्तिजनक हरकतों में धकेलने वाला वीडियो सामने आने के बाद पर्यटन छवि पर सवाल गहराए हैं। सम सेंड ड्यून्स क्षेत्र में पर अशोभनीय वीडियो, जुआ, ठगी और कन्वेंसर तंत्र के बढ़ते प्रभाव से पर्यटक परेशान हैं।
Jaisalmer Tourism: जैसलमेर में हाल ही सामने आए उस वीडियो को अधिक समय नहीं बीता, जब जिले के एक बुजुर्ग को एक महिला और पुरुष ने आपत्तिजनक हरकतों में धकेलकर उसका वीडियो वायरल कर दिया। इस शर्मनाक घटना ने मरुभूमि के पर्यटन को गहरी ठेस पहुंचाई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर जिम्मेदार लोगों को पकड़ तो लिया, लेकिन पिछले महीनों में ऐसी घटनाओं की आवृत्ति बढ़ने से पर्यटन परिसर लगातार सांस्कृतिक प्रदूषण का शिकार होता जा रहा है। सम और आसपास के सेंड ड्यून्स क्षेत्र पर आपत्तिजनक वीडियो बनाने की प्रवृत्ति बढ़ी है।
वहीं, कुछ स्थानों पर पर्यटकों को परोक्ष रूप से जुआ खिलवाने और उनसे धन ऐंठने के मामले भी सामने आए हैं। इसी क्रम में सम क्षेत्र स्थित एक रिसोर्ट में लोक कलाकारों की आड़ में खुलेआम शराब परोसने और सीमित स्तर पर अशोभनीयता फैलाने का वीडियो सामने आने से पर्यटन व्यवस्था चिंता में डूब गई है।
प्रशासन और पुलिस की सख्ती के बाद कुछ हद तक राहत जरूर मिली, लेकिन पर्यटकों को ठगने वाले लपका तत्व अभी भी सक्रिय हैं। कम कीमत के सामान को बढ़ा-चढ़ा कर बेचना लगातार जारी है। इस प्रवृत्ति से परेशान होकर कई पर्यटक खरीदारी से किनारा करने लगे हैं, जिससे स्थानीय हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
हाल के समय में ‘कन्वेंसर’ शब्द पर्यटन कारोबार में तेजी से प्रचलित हुआ है। ये लोग हैंडीक्राफ्ट शोरूम, होटल, रिसोर्ट और कुछ रेस्टोरेंट्स के लिए पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। एक तय कमीशन लेकर ये पर्यटकों की ढुलाई करते हैं और वाहन चालकों व गाइड्स से तालमेल बनाकर उन्हें अपने सम्बद्ध प्रतिष्ठानों तक पहुंचाते हैं। इस तंत्र की वजह से पर्यटकों का वास्तविक अनुभव प्रभावित हो रहा है।
पर्यटन व्यवसायी स्वरूप सिंह ने कहा कि प्रशासन और पुलिस के प्रयास सराहनीय हैं, लेकिन पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी की घटनाएं परेशान कर रही हैं, जिन पर कठोर रोक आवश्यक है। होटल व्यवसायी जितेंद्र कुमार का कहना है कि कई भ्रामक तत्व पर्यटन क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं, जो पर्यटकों को भ्रमित कर आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं।