दीपावली का त्योहार खुशियों के साथ सुरक्षा की जिम्मेदारी का संदेश भी देता है। इसी दृष्टि से नगरपरिषद ने इस बार सोनार दुर्ग के परकोटे पर उगी सूखी घास की कटाई का कार्य दीपावली से पहले शुरू करवा दिया है।
दीपावली का त्योहार खुशियों के साथ सुरक्षा की जिम्मेदारी का संदेश भी देता है। इसी दृष्टि से नगरपरिषद ने इस बार सोनार दुर्ग के परकोटे पर उगी सूखी घास की कटाई का कार्य दीपावली से पहले शुरू करवा दिया है। पूर्व में सूखी घास में आग लगने की घटनाओं से सबक लेते हुए नगरपरिषद ने इस बार समय रहते कदम उठाया है। परकोटे की दीवारों और प_े पर उगी घास अब पूरी तरह सूख चुकी है, जिससे आतिशबाजी की चिंगारी से आग लगने का खतरा बना हुआ था। इसको देखते हुए श्रमिकों की टीम लगाकर घास की कटाई का काम शुरू किया गया है। गौरतलब है कि इस बार मानसून के दौरान हुई अच्छी बारिश से दुर्ग की दीवारों पर घनी घास उग आई थी। समय के साथ यह सूख गई, जिससे दुर्ग की सुंदरता कम होने के साथ-साथ आग का खतरा भी बढ़ गया। घास के कारण दुर्ग के चारों ओर लगी लाइटें भी ढंक जाती हैं, जिससे रात के समय दुर्ग की रोशनी फीकी पड़ जाती है।
नगरपरिषद प्रशासन का कहना है कि समय पर की गई यह पहल दीपावली पर आतिशबाजी के दौरान संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में सहायक सिद्ध होगी।
नगरपरिषद की ओर से दुर्ग के चारों ओर उगी हुई घास की कटाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। समय रहते यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। दीपावली से पहले घास कट जाने से आतिशबाजी की चिंगारी से आग लगने की आशंका नहीं रहेगी।