भगवान विश्वकर्मा की जयंती सोमवार को विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा संस्थान की ओर से हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
भगवान विश्वकर्मा की जयंती सोमवार को विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा संस्थान की ओर से हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर शोभायात्रा, झांकियां व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कस्बे के भवानीपुरा स्थित भगवान विश्वकर्मा के मंदिर में सुबह 8 बजे पूजा-अर्चना व हवन का आयोजन किया गया, जिसमें यजमानों ने सपत्नीक पूजा-अर्चना कर यज्ञ में आहुतियां दी। इसी प्रकार विभिन्न गांवों से आए सुथार समाज के लोगों ने यज्ञ में अपनी ओर से आहुतियां दी। इससे पूर्व जयंती की पूर्व संध्या पर रविवार रात जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के प्रसिद्ध भजन गायकों की ओर से भजन प्रस्तुत किए गए। रातभर भजनों के कार्यक्रम के बाद सुबह आरती के साथ जागरण संपन्न हुआ।
भगवान विश्वकर्मा जयंती के मौके पर सुबह विश्वकर्मा मंदिर से संस्थान के अध्यक्ष अमराराम कुलरिया झलोड़ा हेमावास के नेतृत्व में एक शोभायात्रा निकाली गई, जो जयनारायण व्यास सर्किल, स्टेशन रोड, सुभाष चौक, फोर्ट रोड, गांधी चौक, गुराणियों की गली, एको की प्रोल, जोधपुर रोड होते हुए पुन: विश्वकर्मा मंदिर पहुंची। शोभायात्रा के दौरान वाहनों में भगवान विश्वकर्मा व अन्य देवी देवताओं की झांकियां सजाई गई। झांकियों के साथ समाज के बड़ी संख्या में लोग भगवान विश्वकर्मा की जय-जयकार करते चल रहे थे और बालिकाएं व महिलाएं मंगल कलश लिए हुए चल रही थी। शोभायात्रा में सजाई गई झांकियां कस्बे में मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। इस दौरान कस्बेवासियों व समाज के लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
विश्वकर्मा छात्रावास सभागार में संस्थान के अध्यक्ष अमराराम की अध्यक्षता में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर समाज के होनहारों का सम्मान किया गया। अध्यक्ष अमराराम कुलरिया ने समाज को संगठित कर मानवसेवा के कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने समाज के सभी कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई की और कार्यक्रम आयोजन के लिए सभी का आभार जताया। समारोह के समापन के बाद प्रसादी का वितरण किया गया। जिसमें समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की।