ब्लास्ट से बड़े-बड़े पत्थर उछलकर आस-पास बिखरे। साथ ही ब्लास्ट से गांव में कई घरों को नुकसान पहुंचा। गांव की आबादी के पास अचानक ब्लास्ट होने से गांव के ग्रामीण सहम उठे।
राजस्थान के जालोर में पचानवा-हरजी मार्ग पर जवाई नदी पर पुल निर्माण करने वाले ठेकेदार की ओर से आबादी भूमि के पास ब्लास्ट किए जाने से बड़े-बड़े पत्थर उछलकर मार्ग पर आने से उम्मेदपुर-हरजी मार्ग बंद हो गया। वहीं पचानवा गांव में कई मकानों को भी नुकसान पहुंचा। इसको लेकर गांव के ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए उम्मेदपुर-हरजी मार्ग को जाम कर दिया।
काफी समय तक उच्चाधिकारियों के मौके पर नहीं पहुंचने पर ग्रामीण बेहद आक्रोशित नजर आए। सूचना पर उम्मेदपुर चौकी पुलिस व पटवारी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश की गई। वहीं मौका मुआयना किया गया। ग्रामीणों ने ब्लास्ट से मकानों को हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।
ग्रामीणों ने बताया कि पचानवा-हरजी के बीच पचानवा गांव के समीप जवाई नदी में पुल निर्माण करने वाले ठेकेदार ने पचानवा गांव की आबादी भूमि के पास गहरे-गहरे हॉल कर ग्रामीणों को सूचना दिए बिना ब्लास्ट किया।
ब्लास्ट से बड़े-बड़े पत्थर उछलकर आस-पास बिखरे, साथ ही ब्लास्ट से गांव में कई घरों को नुकसान पहुंचा। गांव की आबादी के पास अचानक ब्लास्ट होने से गांव के ग्रामीण यकायक सहम उठे। फिर ग्रामीण जमा हुए तो पता चला कि पुलिया निर्माण करने वाले ठेकेदार ने ब्लास्ट किया है।
ब्लास्ट से बड़े-बड़े पत्थर हरजी-पचानवा सड़क पर उछलकर आए, जिससे एक बार तो हरजी-उम्मेदपुर रास्ता भी बंद हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच रोड जाम कर प्रशासन को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे।
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ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी, लेकिन करीब एक घंटे के इंतजार के बाद उम्मेदपुर पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई दीपसिंह एवं पटवारी दीपक कुमार ले मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश कर सड़क से पत्थर हटाकर रास्ता बहाल करवाया, लेकिन ग्रामीण प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर अड़े रहे।
इधर, पीडब्ल्यूडी विभाग के सहायक अभियंता कैलाश जीनगर ने ब्लास्ट से घरों को नुकसान का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। वार्ड पंच हमीरसिंह बालोत ने बताया कि ब्लास्ट से जोर से धमाका होने से कई घरों के दरारें आई, जिससे मकान कमजोर हुए हैं। उन्होंने पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग की।