परिवार के सदस्यों ने बताया की उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है। दिहाड़ी मजदूरी कर जीवन चलाने वाले इस परिवार पर यह हादसा कहर बनकर टूटा है।
राजस्थान के जालोर की ग्राम पंचायत भाद्राजून के अंतर्गत आने वाले थुबा गांव का गोलिया में बीते दिनों हुई बारिश के दौरान रात्रि के समय अचानक दो परिवारों के मकान ढह गए। गनीमत रही की घटना के समय बिजली गुल होने के कारण पूरा परिवार घर के आंगन में सो रहा था।
जानकारी के अनुसार थुबा गोलियां निवासी भीमाराम मेघवाल व उसके भाई लक्ष्मणराम का परिवार उस समय बाल-बाल बच गए जब आधी रात को उनका मकान ढह गया। हादसे में मकान पूरी तरह से ढह गया और घरेलू सामान सहित जीवन यापन की सारी वस्तुएं मलबे में दबकर नष्ट हो गईं।
परिवार के सदस्यों ने बताया की उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है। दिहाड़ी मजदूरी कर जीवन चलाने वाले इस परिवार पर यह हादसा कहर बनकर टूटा है। हादसे के बाद ग्रामवासियों ने मिलकर खाना-पीना एवं अन्य जरूरी चीजों की अस्थाई व्यवस्था की, लेकिन सरकारी स्तर पर अब तक कोई ठोस मदद नहीं मिली है। यहां बारिश के बाद कई घरेलू सामान भी खराब हो गए हैं।
पीड़ित परिवार ने इस हादसे की जानकारी तहसीलदार भाद्राजून चंदन पंवार को लिखित रूप में दी है। पत्र के माध्यम से राज्य सरकार व जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई गई, लेकिन 22 जुलाई तक न कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा, न ही कोई मुआवजा या राहत सहायता दी गई है।
गांव के लोगों का कहना है कि यह प्रशासन की गंभीर लापरवाही है। पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता, राशन सामग्री और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नया मकान उपलब्ध कराया जाए।
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हमने तहसीलदार को लिखित में जानकारी दी है, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिली। मकान टूट चुका है, अब रहने को भी जगह नहीं बची है।
भीमाराम मेघवाल, पीड़ित परिवार सदस्य
थुबा गोलियां से प्रार्थी द्वारा पत्र मिला था। इस संबंध में सबंधित हल्का पटवारी को नियमानुसार प्रकरण बना के भेज दिया है। वही जिला कलक्टर को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
चन्दन पंवार, तहसीलदार भाद्राजून
घटना की जानकारी मिली है, स्थानीय हल्का पटवारी द्वारा मौका रिपोर्ट होने के बाद सर्वे कर आवास योजना का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
निर्मल कुमार बामणीया, ग्राम विकास अधिकारी भाद्राजून