CG Rain: जांजगीर चांपा में दो दिनों से हो रही बारिश से अधिकांश मोहल्लों में भर रहा बरसाती पानी जिससे वह के लोगो को काफी दिक्कत रही है। पालिका ने समय रहते नहीं किए पानी निकासी के इंतजाम।
CG Rain: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में बरसाती पानी के निकासी की समस्या इस साल भी शुरू हो गई है। इस साल अब तक मूसलाधार बारिश या झड़ी नहीं लगी थी, जिससे शहर की व्यवस्था की पोल नहीं खुल पा रही थी। लेकिन पिछले रात भर हुई व दो दिनों से हुई रुक-रुककर हो रही झमाझम बारिश के बाद ही शहर की व्यवस्था की पोल खुल गई है। कई वार्डों में निकासी नहीं होने के कारण पानी भर गया है। आने-जाने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नालियों से घर सड़क तक पहुंचते पानी ने खामियां उजागर कर दी है।
CG Rain: बारिश में शहर के कई इलाकों में पानी भरता है, इसलिए नालों का चौड़ा करने का काम पहले ही कर लिया जाना था। लेकिन नालों की सफाई कर नगर पालिका ने औपचारिकता निभाई है। इसका नतीजा है कि बारिश होते ही शहर के लोगों कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दो दिन पहले हुई बारिश के बाद सड़क के गड्ढों व मोहल्लों में पानी भर गया। भाठापारा, शांति नगर, इंदिरा नगर, बाजार पारा, चंदनिया पारा और न्यू चंदनियापारा में पानी जमा होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बीडी उपनगर निवासी उपेन्द्र नामदेव का कहना है कि वार्ड में एक तो नाली का पानी सड़कों पर आ जाता है। वहीं बारिश के पानी की निकासी नहीं होने से मोहल्ले में ही स्थिर हो जाता है। जिसका खामियाजा मोहल्ले के लोगों को भुगतना पड़ता है। वार्ड नंबर 8 के राजेश राठौर का कहना है कि पानी निकासी के लिए जो नालियां बनाई गई है वह निर्धारित मापदंड में नहीं बनी हैं। इसके कारण पानी मोहल्ले में ही जाम हो जाता है। वार्ड 16 निवासी गोलू का कहना है कि बरसात से पहले नपा जाम नाली की सफाई तो करा रही है लेकिन जलजमाव वाले मोहल्लों में बजरी या मुरूम पाटने को लेकर गंभीर नहीं है। बारिश शुरू होते ही मोहल्लों में पानी जाम होने लगा है।
शहर में जलजमाव एक बड़ी समस्या है। बारिश के दिनों में नगर के आधे से अधिक मोहल्लों में जल जमाव होने से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों की माने तो इसके लिए एहतियात बरतना जरूरी है। मानसून आने से पहले ही नालियों की पूरी तरह से सफाई करने के साथ ही जल जमाव वाले स्थानों को चिन्हांकित कर डस्ट पाटा जाना चाहिए। यह काम मई माह तक हो जाना चाहिए।