Janjgir Champa Snake Bite: जांजगीर चांपा जिले के ग्राम भैसो की आश्रित गांव डूमरपाली में जमीन पर सो रही दो सगी बहनों की जहरीले सांप करैत के काटने से मौत हुई है। घटना के बाद परिवार में मातम पसर गया।
Snake Bite: पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम डूमरपाली में करैत सांप के डंसने से दो सगी बहनों की मौत हो गई। घटना से परिवार में मातम पसर गया है। परिजन दोनों बहनों को रात में अस्पताल लेकर गए थे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, भैंसों पंचायत के आश्रित ग्राम डूमरपाली निवासी लखन जांगड़े अपने परिवार के साथ गांव में रहता है।
मंगलवार की रात खाने खाने के बाद परिवार के सभी सदस्य सोने गए चले गए। उनकी बड़ी बेटी दीप्ति (19) अपनी छोटी बहन अन्यया (16) दोनों साथ में तखत में सोई हुई थी। वहीं अन्य सदस्य भी खाट में सोए हुए थे। रात करीब 10 बजे के करीब परिजन दीप्ति और अन्यया की आवाजें सुनकर उठे। दोनों बहनें (CG Snake Bite) अजीब हरकतेें कर रहे थे। परिवार वाले भूत-बाधा समझकर झाड़फूंक कराने लगे लेकिन दोनों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। स्थिति और बिगड़ने लगी तो परिजन दोनों को लेकर पामगढ़ अस्पताल पहुंचे जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वहीं बड़ी बहन को सिस बिलासपुर रेफर किया गया लेकिन बीच रास्ते में ही उनसे भी दम तोड़ दिया। एक साथ परिवार के दो सदस्यों की मौत होने से परिवार सदमे में चला गया। बच्चियों की मां की तबीयत भी बिगड़ गई। परिवार में मातम पसर गया। गांव में शोक का माहौल है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। गांव में दो बहनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता में किया गया जिसे देखकर गांव वालों के आंखों में भी आंसू आ गए।
जानकारों के मुताबिक, संपदर्श के ज्यादातर मामलों में मौतें करैत सांप के डंसने से ही होती है। भारत में इसे इंडियन कॉमन करैत के नाम से जाना जाता है और स्थानीय क्षेत्रों में अलग-अलग नाम से जानते हैं। छत्तीसगढ़ में इसे बेलियाकरायत के नाम से जानते हैं। यह भारत का सबसे जहरीला सांप है जिसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्योंकि इसके दांत बहुत छोटे और महीन होते हैं। जिससे काटने के बाद भी पता नहीं चलता कि सांप ने काटा है।
दांत के निशान शरीर में नजर नहीं आते। इसमें घातक न्यूरोटॉक्सिन जहर पाया जाता है जो सीधे मनुष्य के नर्वस सिस्टम पर हमला करता है। दो से तीन घंटे के भीतर एंटी स्कैन वैनम नहीं मिलने से मौत निश्चित हो जाती है। यह निशाचर है और रात में ही बाहर निकलता है। बारिश के दिनों में यह सबसे ज्यादा सक्रिय रहता है।
बारिश के दिनों में जहरीले जीव-जंतु के काटने के मामले बढ़ जाते हैं। सांप-बिच्छू के काटने की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचना चाहिए। झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि बाइट के बाद शुरूआती दो-तीन घंटे से ही सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। सही समय में इलाज शुरू होने से जान बचाई जा सकती है। जिला अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्कैन वैनम मौजूद हैं। इसके अलावा जमीन पर सोने से हमेशा बचना चाहिए।