CG Liquor Smuggling: जांजगीर-चांपा जिले में 11 वीं बटालियन पुटपुरा के दो जवान अपने अधिकार क्षेत्र से दूर जाकर बहनीडीह थाना क्षेत्र के ग्राम सोंठी अवैध शराब पकड़ने गए थे।
CG Liquor Smuggling: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में 11 वीं बटालियन पुटपुरा के दो जवान अपने अधिकार क्षेत्र से दूर जाकर बहनीडीह थाना क्षेत्र के ग्राम सोंठी अवैध शराब पकड़ने गए थे। वे शराब तस्करों से अवैध वसूली भी कर चुके थे।
अवैध शराब विक्रेताओं के मन में शंका हुई तो उन्होंने बहनीडीह पुलिस को फोन कर तस्दीक किया। फिर बहनीडीह पुलिस मौके पर पहुंची और बटालियन के दोनों आरक्षकों को अपने कब्जे में लिया। बहनीडीह पुलिस ने दोनों आरक्षकों को कड़ी समझाइश दी और उन्हें जमानत मुचलका में छोड़ा गया।
CG Liquor Smuggling: गौरतलब है कि बटालियन में सैकड़ों जवानों की तैनाती रहती है। इन्हें आपातकाल में इस्तेमाल किया जाता है। नहीं तो ये जवान बैठे ठाले अपना दिन काटते हैं। कुछ जवानों के द्वारा खाली समय में अवैध कारोबार भी किया जाता है। इसका जीता जागता उदाहरण बीते दिनों सामने आया। जब 11 वीं बटालियन के दो जवान संजय पटेल पिता सीताराम पटेल 31 एवं अविनाश कुमार राठौर पिता कीर्तन राठौर 34 अवैध शराब पकड़ने बहनीडीह थाना क्षेत्र के सोंठी के धनुहार डेरा पहुंच गए।
दोनों ने शराब बनाने वालों को पकड़ा और पैसों की डिमांड करने लगे। चूंकि यहां के शराब बनाने वालों की पहचान बहनीडीह पुलिस से है और पूरे स्टॉफ से परिचित हैं। ऐसे में उन्हें भ्रम हुआ और अवैध शराब विक्रेताओं ने बहनीडीह पुलिस को फोन किया। बहनीडीह पुलिस मौके पर पहुंची और बटालियन के दोनों आरक्षकों को पकड़ लिया। बहनीडीह पुलिस ने दोनों को फटकार लगाई और छोड़ दिया।
काफी पहले से करते आ रहे थे अवैध वसूली
बहनीडीह क्षेत्र के सोंठी के अवैध शराब विक्रेताओं ने बताया कि ये दोनों आरक्षकों द्वारा काफी पहले से सबरिया जाति के लोगों से अवैध वसूली करते आ रहे थे। लेकिन सबरिया जाति के लोग यह सोंचकर छोड़ देते थे कि दोनों आरक्षक वर्दी पर आते हैं, कहीं न कहीं ये दीगर थाना क्षेत्र के पुलिस होंगे। इसके चलते वे दोनों आरक्षकों को पैसे देकर चुप्पी साध लेते थे। लेकिन इनकी फितरत में सुधार नहीं होते देख दोनों की शिकायत बहनीडीह थाने में कर दी। इसके चलते दोनों पकड़े गए।
बहनीडीह टीआई राजीव श्रीवास्तव ने कहा की 11 वीं बटालियन के दो जवानों के द्वारा अक्सर सोंठी के सबरिया जाति के लोगों को डरा धमकाकर अवैध वसूली की जा रही थी। इसकी सूचना मिलने पर दोनों को थाने में बिठाया गया। उन्हें कड़ी चेतावनी देकर जमानत मुचलका में छोड़ा गया।