Atul Subhash Death: इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने पूरे देश को हिला दिया है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने निकिता से उनकी शादी हुई थी। उनके व्यक्तिगत जीवन की परेशानियों और कानूनी झगड़ों ने उन्हें इस हद तक तोड़ दिया कि उन्होंने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया। अतुल ने अपने बेटे के लिए एक गिफ्ट छोड़ा है और उसे 2038 में खोलने के लिए कहा है। हाल ही में अतुल की पत्नी का बयान भी सामने आया है।
Atul Subhash Death: अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले डेढ़ घंटे का एक वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा। इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश में रह रहीं अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया और न्यायपालिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपनी पत्नी और उसके परिवार पर संगीन झूठे मामलों में फंसाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
सुसाइड नोट में अतुल सुभाष ने लिखा है कि वह अपने चार वर्षीय बेटे के लिए एक गिफ्ट छोड़ रहे हैं, लेकिन यह गिफ्ट 2038 यानी उनके बेटे के 18 साल का होने पर ही खोला जा सकता है। अपने बेटे के प्रति प्यार और भावुकता व्यक्त करते हुए अतुल ने लिखा, "जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा, तो लगा कि तुम्हारे लिए अपनी जान भी दे सकता हूं। लेकिन अफसोस, तुम्हारी वजह से ही मुझे अपनी जान देनी पड़ रही है।"
अतुल की शादी साल 2019 में हुई थी। उनके परिवार की मानें तो शादी के बाद से ही उनके वैवाहिक जीवन में तनाव शुरू हो गया था। उनकी पत्नी और ससुरालवालों ने उन पर कई झूठे मुकदमे दायर किए जिनमें घरेलू हिंसा और अन्य संगीन आरोप शामिल थे। इन मुकदमों और कानूनी कार्यवाही ने अतुल को मानसिक और भावनात्मक रूप से इतना तोड़ दिया कि वह डिप्रेशन में चले गए।
सुसाइड नोट में अतुल ने न्यायपालिका पर विश्वास खोने की भी बात कही है। उन्होंने लिखा कि उनके कमाए हुए पैसे का इस्तेमाल उनके खिलाफ ही किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में पुरुषों का ‘कानूनी नरसंहार’ हो रहा है। अतुल ने अपनी मौत के लिए भारतीय न्याय प्रणाली को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा, "मेरे टैक्स के पैसे से ये अदालतें और पुलिस मुझे और मेरे जैसे लोगों को बर्बाद कर रही हैं। मेरे लिए मर जाना ही बेहतर है’’।
मामले में अतुल सुभाष की पत्नी और उनके परिवार ने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया। बहरहाल इतना जरूर कहा कि उन सभी पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं।
आपको बता दें कि अतुल और उनकी पत्नी का केस जौनपुर की फैमिली कोर्ट में चल रहा था। अतुल ने अपने वीडियो में अपनी आखिरी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिलता है तो उनकी अस्थियों को अदालत के पास के नाले में बहा दिया जाए।