जौनपुर

Crime News: चेयरमैन के घर गोलियों की गूंज, एक लाख की सुपारी, बाल अपचारी समेत चार बदमाश गिरफ्तार

Chairman Firing Case Cracked: मछलीशहर नगर पंचायत अध्यक्ष के घर पर हुई सनसनीखेज फायरिंग की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में एक बाल अपचारी सहित चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। अवैध असलहा और चोरी की बाइक बरामद कर पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश किया है।

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Dec 14, 2025
UP Crime (Source: Police Media Cell)

Crime: नगर पंचायत मछलीशहर के अध्यक्ष अभय जायसवाल उर्फ सूरज के आवास पर जानलेवा फायरिंग की सनसनीखेज घटना का पुलिस ने सफल अनावरण कर लिया है। इस मामले में थाना मछलीशहर पुलिस और एसओजी गामा टीम की संयुक्त कार्रवाई में एक बाल अपचारी समेत चार वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से एक देशी पिस्टल, एक जिंदा कारतूस और तीन चोरी की मोटर साइकिलें बरामद की गई हैं। पुलिस का कहना है कि यह वारदात पूरी तरह सुनियोजित थी और इसके पीछे एक लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।

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सुबह-सुबह दहली मछलीशहर

घटना 23 फरवरी 2025 की सुबह करीब साढ़े पांच बजे की है, जब पूरा नगर नींद में डूबा हुआ था। उसी दौरान दो बाइक सवार बदमाश अचानक नगर पंचायत अध्यक्ष अभय जायसवाल के घर के सामने पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग कर दी। गोलियों की आवाज से आसपास के लोग सहम गए। उस वक्त चेयरमैन घर के अंदर मौजूद थे, जिससे वे बाल-बाल बच गए। हमलावर फायरिंग के बाद मौके से फरार हो गए। घटना की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि यदि जरा सी भी चूक होती, तो एक जनप्रतिनिधि की जान जा सकती थी। इस वारदात से पूरे मछलीशहर क्षेत्र में दहशत फैल गई और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे।

सीसीटीवी फुटेज बना अहम सबूत

चेयरमैन के आवास और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना कैद हो गई। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा था कि बदमाश बाइक से आए, घर के सामने रुके और फायरिंग कर फरार हो गए। इन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया और बदमाशों की पहचान व उनकी गतिविधियों पर नजर रखी। थाना मछलीशहर में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया और पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीमों का गठन किया गया।

एसपी के निर्देश पर बनी रणनीति

इस हाई-प्रोफाइल मामले को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर आयुष श्रीवास्तव के नेतृत्व में जांच शुरू की गई। क्षेत्राधिकारी प्रतिमा वर्मा के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक विनीत राय और एसओजी गामा टीम को लगाया गया। टीम ने तकनीकी साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और मुखबिर तंत्र के सहारे आरोपियों तक पहुंचने की रणनीति बनाई। लगातार दबिश और संभावित ठिकानों की निगरानी के बाद पुलिस को सफलता हाथ लगी।

कोटवां पुलिया से गिरफ्तारी

12 दिसंबर की रात पुलिस और एसओजी गामा टीम ने कोटवां पुलिया के पास घेराबंदी कर चार संदिग्धों को पकड़ लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान निर्देश सिंह उर्फ जुम्मन, हिमांशु मिश्रा उर्फ छोटू, कुशल मिश्रा और एक 16 वर्षीय बाल अपचारी के रूप में हुई है। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से एक देशी पिस्टल, एक जिंदा कारतूस और तीन चोरी की मोटर साइकिलें बरामद की गईं। पूछताछ में उन्होंने चेयरमैन के घर फायरिंग की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली।

एक लाख की सुपारी में हुई फायरिंग

पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपियों ने बताया कि उन्हें चेयरमैन के घर फायरिंग करने के लिए एक लाख रुपये का लालच दिया गया था। किसने सुपारी दी, इस बिंदु पर पुलिस गहनता से जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस वारदात के पीछे किसी गहरी साजिश या आपसी रंजिश की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपियों को हथियार किसने मुहैया कराए और क्या इसके पीछे कोई बड़ा आपराधिक नेटवर्क सक्रिय है।

आपराधिक प्रवृत्ति के हैं आरोपी

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त पहले भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। इनके खिलाफ विभिन्न थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। चोरी, अवैध असलहा रखने और अन्य संगीन अपराधों में इनका नाम सामने आ चुका है। यही कारण है कि पुलिस इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है। बाल अपचारी को किशोर न्याय अधिनियम के तहत आवश्यक कार्रवाई करते हुए किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया है, जबकि अन्य तीन अभियुक्तों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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