एक इंजीनियर बेटे को पढ़ाई के दौरान एक मुस्लिम युवती से प्यार हो गया। उसने उससे शादी कर ली। इस बात से मां-बाप नाराज रहते थे। पत्नी के लिए उसने मां बाप की सिलबट्टी से कूचकर पहले निर्मम हत्या कर दी। फिर इलेक्ट्रिक आरी से शव के 6 टुकड़े किए। इस खौफनाक वारदात की पूरी कहानी जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
जौनपुर से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक इंजीनियर बेटे ने मुस्लिम युवती से शादी कर ली। मां बाप के नाराज होने पर उसने बेरहमी से पहले सिलबट्टे से कूच कर दोनों की निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद इलेक्ट्रिक आरी से शव के 6 टुकड़े कर सात बोरों में भरकर गोमती नदी में फेंक दिया। मामला सामने आते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
यह घटना जौनपुर के जफराबाद थाना क्षेत्र की है। आरोपी इंजीनियर बेटे का नाम अम्बेश कुमार है। पुलिस के मुताबिक, उसने 8 दिसंबर की रात अपने माता-पिता की हत्या कर दी। पहले उसने सिलबट्टे से दोनों के सिर पर वार किया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद उसने इलेक्ट्रिक आरी से शव के 6 टुकड़े किए। अवशेषों को सात बोरियों में भर दिया।
अम्बेश कार से बोरियां लेकर गोमती नदी के किनारे पहुंचा। और एक-एक कर सभी बोरियां नदी में फेंक दीं। वारदात के बाद उसने अपनी बहनों और रिश्तेदारों को फोन कर कहा कि मम्मी- पापा कहीं चले गए हैं। इसके बाद वह खुद भी खोजबीन का नाटक करता रहा। 12 दिसंबर को वह अचानक लापता हो गया।
परिवार को शक तब हुआ। जब कई दिनों तक माता-पिता और अम्बेश, किसी का भी पता नहीं चला। बड़ी बहन वंदना ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। तीन टीमें बनाकर जांच शुरू की गई।
15 दिसंबर को पुलिस ने अम्बेश को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान पहले वह पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन सख्ती होने पर उसने पूरी सच्चाई कबूल कर ली। उसने बताया कि उसने करीब छह साल पहले पश्चिम बंगाल की एक युवती से लव मैरिज की थी। इस शादी से उसके माता-पिता खुश नहीं थे। आए दिन इसी बात पर झगड़ा होता था। आरोपी का कहना है कि माता-पिता उसकी शादी तुड़वाना चाहते थे। इसी गुस्से में उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया।
फिलहाल पुलिस गोमती नदी में शवों की तलाश कर रही है। चार दिन की तलाश में अब तक पिता के शरीर का आधा हिस्सा ही बरामद हो सका है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त ने अपने माता-पिता की हत्या का जुर्म कबूल किया है। उसने बताया कि 8 दिसंबर की शाम पैसे और पारिवारिक विवाद को लेकर मां बबिता देवी से कहासुनी हुई। बात बढ़ने पर गुस्से में उसने घर में रखे लोहे के सिलबट्टे से मां के सिर पर वार कर दिया। शोर सुनकर पिता मौके पर पहुंचे। और पुलिस को फोन करने लगे, तो अभियुक्त ने उन पर भी हमला कर दिया। बाद में रस्सी से गला कस दिया। दोनों की मौत के बाद वह घबरा गया। और शव छिपाने की योजना बनाई। उसने शवों को काटकर बोरियों में भरा, कार से ले जाकर गोमती नदी में फेंक दिया। घर व गाड़ी की सफाई कर दी। बाद में एक कटा पैर अलग नदी में फेंका।