Blast in Jodhpur: घायलों का एमजीएच अस्पताल में इलाज जारी। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल।
जोधपुर। जिले की बावड़ी तहसील के हरढाणी गांव स्थित मकान के परिसर में वाहन रिपेयरिंग गैराज में टिन शेड लगाने के लिए वेल्डिंग करने के दौरान मंगलवार शाम चिंगारी से बारूद (खनन में काम आने वाला) में आग लग गई। धमाके से निकले छर्रों और आग से 16 लोग झुलस गए। जिस मकान में धमाका हुआ, वहां 15 नवंबर को युवक की शादी है। वो भी मामूली झुलसा है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भोपाल सिंह लखावत ने बताया कि हरढाणी गांव निवासी बीरमाराम बांता के मकान में वाहन रिपेयरिंग का गैराज है, जहां टिन शेड लगाने का कार्य चल रहा है। दो-तीन श्रमिक वहां वेल्डिंग व टिन शेड लगा रहे थे।
गैराज में ही बारूद के तीन-चार कार्टन रखे हुए थे, जो खनन में विस्फोट के लिए काम आते हैं। शाम को वेल्डिंग के दौरान चिंगारियां निकलीं और बारूद के कार्टन में जा गिरीं। इससे वहां आग लग गई। बारूद होने से ब्लास्ट हुआ। आग से वहां काम करने वाले श्रमिक झुलस गए, जबकि धमाके से बारूद में से निकले छर्रे वहां मौजूद सात-आठ ग्रामीणों के शरीर में घुस गए, जिससे वो भी घायल हो गए।
धमाका व आग लगने का पता चलने पर आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। झुलसे व घायलों को संभाला व निजी वाहनों से बावड़ी के सरकारी अस्पताल लेकर आए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को दो एम्बुलेंस व कार से जोधपुर भेजा गया।
झुलसने वाले दो जनों को महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया, जबकि छर्रे लगने से घायलों का मथुरादास माथुर अस्पताल में उपचार किया गया। बाद में इन्हें भी एमजीएच रेफर किया गया। हताहतों में हरढाणी निवासी गणपत मेघवाल, उमाराम, रामदास, सुनील, बुद्धाराम, गणपत जाट, महीपाल, सेवकी कला निवासी धर्मेन्द्र सिंह, अजमालसिंह, लवेरा कला निवासी दिनेश व राकेश के छर्रे घुसे हैं। सिर में चोट से इनमें से एक की हालत गंभीर है। वहीं, हरढाणी निवासी महेन्द्र, भैराराम, नांदिया कला निवासी संपतराम, अकिल व कजनाऊ निवासी हनुमान झुलसे हैं।
हादसे में महेन्द्र भी मामूली झुलस गया। उसकी 15 नवम्बर को शादी है। उसका बावड़ी के अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। उसने बताया कि टिन शेड के लिए वेल्डिंग करने के दौरान आग लगी। सिलेण्डर भी जल गया।
हादसे का पता लगते ही खेड़ापा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। प्राथमिक जांच में सिलेण्डर फटने की पुष्टि नहीं हुई। वहां रखे सिलेण्डर सुरक्षित पाए गए। एएसपी भोपालसिंह लखावत का कहना है कि खनन में प्रयुक्त होने वाले बारूद में आग लगी और उसमें से छर्रे निकले। 16 जने घायल हुए हैं। इनमें दो आग से व अन्य छर्रे लगने से घायल हैं। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। बारूद वैध था या अवैध रूप से रखा था। इस संबंध में जांच की जा रही है।
पहले ग्रामीणों ने सिलेण्डर फटने की जानकारी दी थी, जबकि पुलिस जांच में सिलेण्डर न फटकर बारूद में आग व धमाका होने का पता लगा है। एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। वहीं धमाके के बाद गांव में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल हो गया था।