- ऐप के मार्फत धन दुगुना कर ठगे 13 लाख रुपए जमा हुए थे बैंक खातों में, कमीशन पर किराए पर लिए थे खाते
जोधपुर.
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 13 लाख रुपए की साइबर ठगी में जोधपुर के तीन युवकों के बैंक खाते काम लिए गए थे। आरोपियों ने कमीशन के लालच में बैंक खाते किराए पर हासिल कर ठगी की राशि जमा करवाई थी। इस मामले में यूपी पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच और माता का थान थाना पुलिस ने माता का थान क्षेत्र में संयुक्त छापेमारी कर साइबर ठगी के मामले में वांछित तीन युवकों को गिरफ्तार किया। कोर्ट में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमाण्ड लेकर आरोपियों को यूपी ले जाया गया।
माता का थान थानाधिकारी विक्रमसिंह चारण ने बताया कि लखनऊ जिले के दो थानों में 5.5 लाख व 7.5 लाख रुपए की साइबर धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इनकी जांच में जोधपुर के माता का थान क्षेत्र में रहने वाले तीन युवकों की भूमिका सामने आई। लखनऊ की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम जोधपुर पहुंची। माता का थान थाना पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने तड़के आरोपियों के ठिकाने पर छापे मारे, जहां से प्रकाश पुत्र श्रवण नवल, कैलाश सूकरियां पुत्र मोहनलाल और सतीश पुत्र जगदीश नवल को पकड़ा। लखनऊ ले जाने के लिए ट्रांजिट रिमाण्ड की आवश्यकता थी। ऐसे में आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमाण्ड लिया। तत्पश्चात पुलिस इन तीनों को लखनऊ लेकर रवाना हो गई।
पुलिस का कहना है कि ठग गिरोह ने टेलीग्राम ऐप के मार्फत लोगों को जाल में फंसाया। जो यूएसडीटी में निवेश का झांसा देकर आमजन से ठगी करते हैं। कम समय में राशि दुगुनी करने का झांसा देकर ऐप डाउनलोड कराया था। निवेश करने पर इस ऐप में बढ़ी हुई राशि दिखाई देती है। शुरूआत में पीड़ित को निकासी पर राशि मिल जाती थी, लेकिन बाद में राशि निकालने पर ऐप बंद हो जाता था। इस तरह ठगों ने 13 लाख रुपए ऐंठे थे। यह राशि जोधपुर से जुड़े आरोपियों ने बैंक खातों में जमा करवाई थी। राशि निकालकर ठगों को देने के बदले इन्हें पांच प्रतिशत कमीशन मिलता है। तीन प्रतिशत कमीशन खाता धारक और दो प्रतिशत कमीशन खुद रखते थे।