इस हादसे में होटल संचालक गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए परिजन निजी अस्पताल ले गए हैं।
राजस्थान के जोधपुर के शास्त्रीनगर थाने के समीप मिल्कमैन कॉलोनी के मुख्य तिराहे पर तेज बारिश के ठीक बाद गुरुवार दोपहर तीन बजे सीटीपीटी में फॉल्ट से हाई टेंशन 11 केवी लाइन टूटकर भोजनालय के बाहर बैठे लोगों पर गिरी और करंट व आग से पांच जने झुलस गए। एक व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जाती है। इससे क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। हादसे के बाद जागे नगर निगम ने दुकानों के आगे से अतिक्रमण हटाए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कॉलोनी के मुख्य तिराहे से आइटीआइ रोड पर होटल, ढाबे व अन्य दुकानें हैं। ऊपर से हाईटेंशन 11 केवी लाइन निकल रही है। बारिश बंद होने के बाद करीब तीन बजे सोलंकी भोजनालय के तीन कर्मचारी बाहर बैठे थे। मालिक प्रकाश सोलंकी दुकान में था। घी-तेल सप्लाई करने वाला चन्द्र कुमार भी वहां मौजूद था। इतने में पास ही ट्रांसफार्मर की सीटीपीटी में फॉल्ट हो गया।
उसमें चिंगारी निकलने के साथ धमाके होने लगे। वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ऊपर से निकलने वाले हाईटेंशन 11केवी लाइन का तार टूटकर भोजनालय के बाहर बैठे लोगों पर गिर गया। तीनों करंट की चपेट में आ गए। चिंगारियां निकलने लगी और दुकान के आगे लगे होर्डिंग चपेट में आने से आग भी लग गई।
भोजनालय व आस-पास भी करंट फैल गया। होटल का संचालक प्रकाश सोलंकी, नेपाल निवासी कर्मचारी भरत, मालूंगा गांव निवासी महेन्द्र महाराज, यूपी में कानपुर निवासी बदन व तेल घी सप्लायर चन्द्र कुमार सिंधी झुलस गए। पांचों बेहोश होकर गिर गए। आस-पास के लोगों ने बिजली सप्लाई बंद करवाई और होटल संचालक प्रकाश को पाल रोड पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने से उसे वेंटीलेटर पर लिया गया। अन्य चारों घायलाें को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित ने बताया कि करंट से झुलसे भरत को महात्मा गांधी अस्पताल रेफर किया गया है। अन्य की हालत स्थिर है। हादसे का पता लगते ही पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश, डीसीपी शाहिन सी व थानाधिकारी जुल्फिकार अली, डिस्कॉम व निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे।
तेज बारिश के चलते हादसे के दौरान भोजनालय में ग्राहक नहीं थे। अन्यथा और भी लोग झुलस सकते थे। तार नीचे बैठे होटल के तीन कर्मचारियों पर गिरे। करंट की चपेट से चिंगारियां निकलने लगी। पटाखों जैसे धमाके होने लगे। आग भी लग गई। लोग घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे।