जोधपुर

Jaisalmer Bus Fire: एक झुलसा मरीज अहमदाबाद शिफ्ट, वेंटिलेटर पर जिंदगी-मौत से लड़ रहे तीन, अब तक 24 मौतें

Bus Fire: जैसलमेर बस दुर्घटना के घायलों और उनके परिजनों से मिले शेखावत व संसदीय कार्य मंत्री पटेल, एमजीएच में अब भी 9 मरीजों का चल रहा उपचार

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Oct 19, 2025
अस्पताल में मरीजों के परिजनों से मुलाकात करते केन्द्रीय मंत्री शेखावत व भाजपा नेता। फोटो- पत्रिका

जोधपुर। जैसलमेर बस दुखांतिका मामले में एमजीएच अस्पताल में भर्ती एक मरीज पीर मोहम्मद के परिजन उसे लेकर अहमदाबाद चले गए। वह मरीज बिना ऑक्सीजन के सस्टेन कर रहा था। इधर घटना के छठे दिन केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल झुलसे मरीजों की कुशलक्षेम पूछने पहुंचे।

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अब 9 मरीज भर्ती

अस्पताल के विशेष वार्ड में रविवार रात 9 मरीज भर्ती है। इनमें से तीन मरीज वेंटिलेटर पर है। 2 मरीज एनआइवी व 4 सामान्य ऑक्सीजन पर भर्ती है। एक मरीज के परिजन उसे अहमदाबाद शिफ्ट कर चुके हैं। इस हादसे में अब तक 24 मौतें हो चुकी है।

मंत्री शेखावत पहुंचे

शेखावत ने रविवार को हादसे के छठे दिन महात्मा गांधी अस्पताल में जैसलमेर बस दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों और परिजनों से मुलाकात की। शेखावत ने बर्न यूनिट में जाकर उनका हाल-चाल जाना और उपचार संबंधी जानकारी ली। शेखावत ने कहा कि मेरे लिए यह जानना आवश्यक था कि सभी जन चिकित्सा व्यवस्था से संतुष्ट हैं या नहीं।

उन्होंने परिजनों से भी विस्तार से बातचीत की और उनकी स्थिति-परिस्थिति समझी। केंद्रीय मंत्री ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बी.एस. जोधा सहित उपस्थित चिकित्सकों से घायलों की रिकवरी पर चर्चा की। इसी प्रकार रविवार सुबह संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने बस दुर्घटना में घायल यात्रियों से मिलने महात्मा गांधी अस्पताल के बर्न यूनिट पहुंचे। पटेल ने घायलों की कुशलक्षेम पूछी और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

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'आर्थिक सहायता देना दूसरा कदम, पहले प्रार्थना करें'

अस्पताल परिसर में मीडिया से बातचीत में शेखावत ने कहा कि यह अत्यंत हृदय विदारक घटना है। जिस दुखद घटना में 24 लोगों का जीवन समाप्त हो गया और अभी भी लगभग नौ लोग संघर्ष कर रहे हैं, वह हम सबके लिए अत्यंत दुख की घड़ी है। घटना की जानकारी मिलते ही शाम 4 बजे से निरंतर प्रशासन जैसलमेर और जोधपुर, दोनों कलक्टर्स से बातचीत कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं। शेखावत ने कहा कि आर्थिक सहायता देना दूसरा या तीसरा कदम है। पहला कदम यह होना चाहिए कि हम सब मिलकर दिवंगतों के लिए प्रार्थना करें, उनके परिजनों को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करें।

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