खेतों में खड़ी मूंग व बाजरे की फसल को कातरा कीट यानी केटरपिलर नुकसान पहुंचा रहा है। किसानों के पूरे खेत ही साफ हो रहे हैं। इससे किसान टेंशन में हैं।
जोधपुर. खेतों में खड़ी मूंग व बाजरे की फसल को कातरा कीट यानी केटरपिलर नुकसान पहुंचा रहा है। किसानों के पूरे खेत ही साफ हो रहे हैं। किसानों ने जिला प्रशासन के सामने यह समस्या रखी है। किसान शेराराम प्रजापत, पेमाराम व सोहनलाल ने बताया कि बोरावास, गुजरात सहित आस-पास के क्षेत्रों में यह कीट काफी नुकसान पहुंचा रहा है।
राजाराम, नरसिंह राम वहडमानराम ने बताया कृषि विभाग की ओर से कुछ क्षेत्रों में कीट नाशक वितरित किए गए, लेकिन इसके बावजूद किसी प्रकार की राहत नहीं मिल पा रही है। इन लोगों ने जिला प्रशासन के सामने भी अपनी बात रखी है।
खेतों में कातरा (कैटरपिलर) एक ऐसा कीट है, जो फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाता है। यह कीट मूंग, बाजरा, ग्वार, तिल, मोठ जैसी फसलों को 60 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।
इससे बचने के लिए खेतों के कीटनाशकों का छिड़काव जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, मादा कातरा एक बार में 600-700 अंडे देती है, जिनसे 2-3 दिन में लटें (कीड़े के बच्चे) निकल आती हैं। ये लटें 40-50 दिनों तक फसलों की पत्तियों को कुतरकर नष्ट कर देती हैं। इससे पौधे सूखने लगते हैं।