Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के चार महीने बाद होते हैं लोकसभा चुनाव, इसी में कम हो जाता है मतदान प्रतिशत
अविनाश केवलिया
देश में लोकसभा चुनाव का पहला चरण पूरा हो चुका है। राजस्थान में इस बार मतदान प्रतिशत घटने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। पिछले 10 साल में हुए विधानसभा व लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह बात स्पष्ट होती है कि जो उत्साह विधानसभा चुनाव में मतदाता दिखाते हैं, वह उत्साह लोकसभा चुनाव में कम हो जाता है, जबकि दोनों चुनावों में महज तीन से चार माह का ही अंतर होता है। जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा सजग पोकरण विधानसभा के लोग हैं।
मतदान प्रतिशत का यह आकलन आठ विसं क्षेत्रों का किया गया है जो कि जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। इनमें सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत वाला क्षेत्र पोकरण है। यहां विसं चुनाव में मतदान 87 प्रतिशत से अधिक रहता है, लेकिन लोस चुनावों में यह घटकर 70 के करीब आ जाता है। इसके अलावा सबसे कम उत्साह शहर की जनता दिखाती है। तीनों शहरी विसं क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत औसत 65 से कम रहता है।
विसं क्षेत्र-- विसं 2013-- लोस 2014-- विसं 2018-- लोस 2019-- विसं 2023
पोकरण-- 87.33-- 68.14-- 88.09-- 73.67-- 87.79
फलोदी-- 73.91-- 59.99-- 76.46-- 64. 52-- 68.77
लोहावट-- 76.68-- 54.66-- 79.20-- 67.49-- 77.31
शेरगढ़-- 79.31-- 59.51-- 78.94-- 65.55-- 74.83
सरदारपुरा-- 69.51-- 64.21-- 67.09-- 68.08-- 65.68
जोधपुर-- 64.71-- 63.24-- 64.50-- 65.85-- 65.64
सूरसागर-- 68.02-- 66.32-- 67.14-- 68.80-- 69.09
लूणी-- 76.28-- 62.11-- 75.82-- 67.63-- 72.32
औसत-- 74.46-- 62.27-- 74.65-- 67.69-- 72.67