31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नए साल में जोधपुर को मिलेगी अत्याधुनिक वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो की सौगात, रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर होगा मजबूत

Vande Bharat Maintenance Depot: नए साल 2026 में रेलवे जोधपुर मंडल के माध्यम से भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो की सौगात देने जा रहा है।

2 min read
Google source verification
Sleeper-Vande-Bharat-Maintenance-Depot-2

Photo: AI generated

जोधपुर। नए साल 2026 में रेलवे जोधपुर मंडल के माध्यम से भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो की सौगात देने जा रहा है। यह डिपो वंदे भारत बेड़े की ट्रेनों के रखरखाव और मरम्मत के लिए नई दिशा तय करेगा। यहां 167 करोड़ रुपए की लागत से लगभग 18 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में अत्याधुनिक डिपो का निर्माण किया जा रहा है। यह भारतीय रेलवे का पहला डेडिकेटेड स्लीपर वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो होगा।

रेलवे के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का करीब 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, जबकि शेष कार्य प्रक्रियाधीन है। जून माह में वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस ट्रेनों के मेंटेनेंस का ट्रायल किया जाएगा, जिसके बाद नियमित रखरखाव शुरू हो जाएगा। इस डिपो में एक साथ लगभग 600 मीटर लंबी वंदे भारत ट्रेन की सर्विसिंग की सुविधा होगी।

जोधपुर क्षेत्र के औद्योगिक विकास को मिलेगी नई रफ्तार

डिपो का निर्माण कार्य वर्ष 2024 में शुरू किया गया था और इसे निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने का लक्ष्य है। जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी के अनुसार इस डिपो के शुरू होने से न केवल रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा, बल्कि जोधपुर क्षेत्र के औद्योगिक विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी। उन्नत तकनीक से सुसज्जित इस डिपो में सफाई, तकनीकी जांच, मरम्मत और परीक्षण की समग्र व्यवस्था की जा रही है।

डिपो वर्कशॉप की खासियत

1. डिपो और वर्कशॉप में ड्रॉप पिट टेबल का उपयोग करके बोगियों को स्थानांतरित करने की सुविधा।
2. बिना किसी बाधा के वंदे भारत ट्रेन के पहियों को घुमाने आदि के आधुनिक उपकरण होंगे।
3. डिपो में सेंट्रलाइज्ड वर्कशॉप के साथ आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना।
4. यहां देश में चलने वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के स्टाफ और इंजीनियर प्रशिक्षण ले सकेंगे।
5. वंदे भारत ट्रेन पूरे इलेक्ट्रिफाइड ट्रैक पर चलेगी। इसके मेंटेनेंस के लिए डिपो में वायरिंग का काम होगा। इसकी अलग से व्हील रैक होगी।
6. मेंटेनेंस के इक्विपमेंट की टेस्टिंग लेब बनेगी।
7. डिपो एरिया में वर्कशॉप में सभी बोगी, व्हील, एयर ब्रेक सिस्टम का रखरखाव किया जा सकेगा।