ओसियां क्षेत्र कहने को तो पर्यटन नगरी के नाम से विश्व विख्यात हैं, लेकिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
ओसियां। ओसियां क्षेत्र कहने को तो पर्यटन नगरी के नाम से विश्व विख्यात हैं, लेकिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। ओसियां में लंबी दूरी की आने व जाने वाली रानीखेत एक्सप्रेस का ठहराव पिछले चार माह से बंद हैं। बुधवार को ओसियां के पूर्व सरपंच भगवान दास राठी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जोनल अध्यक्ष मैनस युनीयन मनोज कुमार परिहार को ज्ञापन सौंपकर रानीखेत गाड़ी के ठहराव की मांग की।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले ओसियां स्टेशन पर रानी खेत का दो मिनट का ठहराव था, लेकिन कोरोना काल में बंद कर दिया था। थोड़े दिन बाद लोगों ने ठहराव की मांग की तो फिर ठहराव चालू कर दिया और थोड़े टाइम बाद फिर बंद कर दिया।
कस्बे वासी रानीखेत एक्सप्रेस 15013 और 15014 का ठहराव ओसियां स्टेशन पर चालू करने की मांग कई बार कर चुके हैं। वहीं ओसियां विधायक भैराराम सियोल और पाली सांसद पीपी चौधरी तक ओसियां में इस रेल के ठहराव की मांग कर चुके हैं, लेकिन रेलवे ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया हैं। जिसके चलते ओसियां के लोग आक्रोशित हैं।
इस दौरान पूर्व पंचायत समिति सदस्य अमरचंद दवे ने जोनल अध्यक्ष को बताया की ओसियां में विश्व विख्यात श्री सच्चियाय माता मंदिर, जैन मंदिर, सेवलया माताजी का मंदिर, पर्यटक स्थल ,कृषि उपज मंडी एवं देश की सबसे ज्यादा मतीरा मगज की फैक्टरी है, इसलिए यहां हमेशा व्यापारी, पर्यटक एवं यात्री आते जाते रहते हैं। अब इस रेल के ठहराव नहीं होने से पर्यटन और व्यापार भारी नुकसान हो रहा हैं।
इस दौरान जोधपुर जिला गोसेवा समिति के अध्यक्ष हरीनारायण सोनी, पूर्व भाजपा मंडस अध्यक्ष हनुमान सोनी, विक्रम सिंह चौधरी, मोतीलाल सोनी, रामस्वरूप सुनार, अशोक कुमार, पवन कुमार सोनी, बाबुराम जाखड़, गोपाल सिंह सिसोदिया, अशोक कुमार राठी, जोगाराम सुनार सहित सैकड़ों ग्राम वासियों ने रेल ठहराव की मांग की।